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नए शहर में खुद को असुरक्षा महसूस हुई तो छात्राओं को सिखाने लगीं आत्‍मरक्षा के गुर

युवती ने बताया कि मैं पंजाब के अमृतसर जिले से सिरसा में जीएनएम का कोर्स करने के लिए आई। हमेशा मन में भय रहता था। एक दिन मेरी मुलाकात आत्म रक्षा के गुर सिखाने वाली प्रशिक्षिका अनीता से हुई और मैंने भी आत्म रक्षा के गुर सीखे फिर सिखाए

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 04:44 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 04:44 PM (IST)
नए शहर में खुद को असुरक्षा महसूस हुई तो छात्राओं को सिखाने लगीं आत्‍मरक्षा के गुर
एक युवती बेटियों को आत्‍मरक्षा के गुर सिखाकर मजबूत बना रही हैं

सिरसा, जेएनएन। लड़कियों व महिलाओं के साथ बढ़ रहे छेड़छाड़ व आपराधिक मामलों के कारण मेरे भी मन में एक डर सा बना हुआ था। पंजाब के अमृतसर जिले से सिरसा में जीएनएम का कोर्स करने के लिए आई। मेरे लिए सिरसा नया शहर था। इसी लिए हमेशा मन में भय ज्यादा था। एक दिन मेरी मुलाकात आत्म रक्षा के गुर सिखाने वाली प्रशिक्षका अनीता से हुई और मैंने भी आत्म रक्षा के गुर सीखने शुरू कर दिए।

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कुछ समय के बाद खुद सीखने के बाद अन्य लड़कियों को भी आत्म रक्षा के गुर सीखाने शुरू कर दिए। ये कहना है लार्ड शिवा कालेज की छात्रा अमनदीप कौर का। अमनदीप कौर पिछले दो साल से स्कूली छात्राओं व महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा रही है।

--- छात्राओं को सिखा रही है आत्मरक्षा के गुर

अमनदीप कौर ने बताया कि मार्शल आर्ट के गुर सिखाने के लिए अपने सभी कामकाज छोड़ कर लड़कियों को आत्म रक्षा के लिए तैयार करने का बीड़ा उठाया है। अपनी प्रतिभा को दूसरों के साथ बांटना चाहती है। इसी के साथ सरकारी स्कूलों में भी छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने लगी। अमनदीप कौर ने बताया कि उससे मार्शल आर्ट सीखने के बाद लड़कियों ने छेड़छाड़ करने पर कई मनचलों को सबक भी सिखाया है। उन्होंने बताया कि मार्शल आर्ट से मनोबल बढ़ता है और विपरीत परिस्थितियों में भी समस्या का सामना कर सकती है।

-- बढ़ रही है घटनाएं

अमनदीप कौर ने बताया कि आजकल बढ़ रही छेड़छाड़ की घटनाओं के चलते मनचलों को सबक सिखाने के लिए इस कला को अवश्य सीखना चाहिए। यदि किसी भी युवती को मार्शल आर्ट आता है वह मनचलों को सबक सिखा सकती है। पुलिस की कार्रवाई में देरी हो जाती है इसीलिए मौके पर लडऩे के लिए युवतियों की मार्शल आर्ट की कला मददगार साबित हो सकती है। वह कहती है कि अब युवतियों को मार्शल आर्ट सिखा कर उनका मनोबल बढ़ाना ही उसके जीवन का लक्ष्य बना लिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं व युवतियों को ग्रुप यदि उसे किसी अन्य स्थान पर कैंप लगाने के लिए निमंत्रण देता है तो वह तैयार है।


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