खुले में नहीं रहेगा गेहूं, 50 लाख बैग के लिए हैफेड ने बनाए गोदाम
खुले में गेहूं ना रहे इसके लिए हैफेड ने 50 लाख बैग के लिए गोदाम बनाए हैं। इससे गेहूं खराब होने से बचेगा साथ ही बरसात के समय गेहूं भीगने का खतरा भी टलेगा। 65 हजार मीट्रिक टन के लिए गोदाम का कार्य अंतिम चरण में।
जागरण संवाददाता, सिरसा। भंडारण क्षमता कम होने के कारण खरीद एजेंसियों का गेहूं अलग-अलग जगह खुले आसमान के नीचे रखना पड़ता है। छत की सुविधा न होने के कारण इसे तिरपाल से ढककर खरीद एजेंसियां काम चलाऊ व्यवस्था करती हैं लेकिन इस व्यवस्था को हैफेड ने बदल दिया है। सिरसा में अलग-अलग जगह जमीन खरीदकर हैफेड द्वारा गेहूं भंडारण के लिए एक लाख 25 हजार मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम तैयार करवाए जा रहे हैं। अगले सीजन से इनमें गेहूं का भंडारण किया जाएगा।
खुद की खरीदी जमीन, फिर गोदाम बनाने के हुए टेंडर
हैफेड की ओर से पन्नीवालामोटा, डबवाली, कालांवाली व रानियां क्षेत्र में जमीन खरीदी गई और फिर गोदाम बनाने के टेंडर जारी किए गए। टेंडर का कार्य अंतिम चरण में है। 65 हजार मीट्रिक टन के लिए गोदाम बनाने का कार्य अंतिम चरण में है। कई जगह छत लग चुकी है जबकि कुछ स्थानों पर छत लगाई जानी है। इसके अलावा 60 हजार एमटी के गोदामों का कार्य मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा। दोनों तरह के गोदाम बनने के बाद जिले में 50 लाख बैग का अतिरिक्त भंडारण हो पाएगा।
फिलहाल 11 लाख 26 हजार एमटी की भंडारण क्षमता
हैफेड के महाप्रबंधक मांगेराम ने बताया कि हैफेड द्वारा गेहूं, धान, सरसों की बड़े स्तर पर खरीद की जाती है। इसके अलावा मूंग, मूंगफली की भी खरीद की जाती रही है। हैफेड के पास सिरसा में 11 लाख 26 हजार एमटी के गोदाम पहले से उपलब्ध हैं। इन गोदामों में दो करोड़ 25 लाख बैग रखे जाने की क्षमता है। नए गोदाम फरवरी व मार्च में तैयार हो जाएंगे और अगले सीजन से यहां भी भंडारण की सुविधा मिलेगी।