ओलंपियन विनेश ने अदा की परंपरागत बान तेल की रस्में, पहलवानी खुराक वाले बनेंगे व्यंजन
13 दिसंबर को ओपंपियन विनेश फौगाट शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं। उनकी शादी में ग्रामीण परंपरागत रीति रिवाज की रस्में होंगी। जानें क्यों खास है विनेश और उनकी शादी।
चरखी दादरी, जेएनएन। बहुत कम लोग होते हैं जो बुलंदियों को छूने के बावजूद अपनी परंपरागत रीति रिवाजों को याद रखें। मगर कुछ लोग होते हैं जो अपनी संस्कृति को कभी नहीं भूलते। इन्हीं में से एक है ओलंपियन प्रतिभागी और कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स मेडलिस्ट विनेश फौगाट। जो आज भी ग्रामीणों परंपराओं से जुड़ी हुई हैं। 13 दिसंबर को विनेश की शादी है और वो जींद के पहलवान सोमवीर से शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं। रविवार को दादरी जिले के गांव बलाली में विनेश के घर पर सामाजिक परंपरागत रीति रिवाज के साथ बान तेल की रस्म अदा की गई। अब शादी वाले दिन तक रोजाना हल्दी का मटना यानि उबटन का लेप किया जााएगा और घर में महिला संगीत गूंजेगा। वहीं शादी में भी बेहद सामान्य तरीके से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इतना ही नहीं उनकी शादी में भी कम चटपटे और पहलवानी खुराक वाले व्यंजन बनेंगे।
शादी के बाद खेल रहेगा जारी, बैंगलोर होंगी रवाना
दैनिक जागरण सवांददाता ने जब विनेश से शादी के बाद खेल और गृहणी बनने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वह अपने खेल को नहीं छोड़ेंगी। क्योंकि उनकी जो पहचान है वह खेल की ही बदौलत है। उन्होंने कहा कि शादी के बाद वह लीग की तैयारियों के लिए बैंगलोर के लिए रवाना हो जाएंगी। जहां पर वह लीग में विजय हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगी।
बान तेल की रस्म के दौरान उंखल में जौ और हल्दी को कूटते हुए विनेश और परिजन
पहलवानी खुराक वाले बनेंगे व्यंजन
विनेश की शादी में बारातियों व आगंतुकों के लिए सामान्य खाना बनाया जाएगा। बताया कि शादी में कैटरिंग और हलवाई को निर्देश दिए गए हैं कि पहलवानी खुराक के हिसाब से खाना बनाया जाए। जिससे किसी को भी कोई नुकसान न पहुंचे। विनेश फौगाट ने अपनी शादी में शामिल होने के लिए देश के कई बड़े-बड़े पहलवानों को भी न्यौता दिया है। बताया जा रहा है कि शादी में कई विदेशी पहलवान भी शामिल हो सकते हैं।
विनेश फौगाट की बान तेल की रस्म शुरू होने पर महिला संगीत के दौरान नृत्य करतीं परिजन
दंगल गर्ल गीता-बबीता फोगाट की चचेरी बहन हैं विनेश
विनेश फोगाट दंगल गर्ल गीता-बबीता की चचेरी बहन हैं। गीता-बबीता के पिता महावीर फोगाट ही विनेश के कोच भी हैं। 25 अगस्त 1994 को जन्मीं विनेश फोगाट जब 10 साल की थी तो उनके पिता की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उनके ताऊ और गीता-बबीता के पिता महावीर फोगाट ने उन्हें पहलवानी के गुर सिखाए।
ओलंपिक में लग गई थी चोट, मगर नहीं मानी हार
रियो ओलंपिक में विनेश के पैर में चोट लग गई थी, जिसकी वजह से उनके भविष्य पर सवालिया निशान लग गया था। विनेश सर्जरी करवाने के लिए तैयार नहीं थीं, क्योंकि उन्हें लगता था कि कहीं सर्जरी के बाद उनका करियर ही न खत्म हो जाए। विनेश के कोच और ताऊ महावीर फोगाट ने बताया कि, रियो ओलंपिक में चोट लगने के बाद उसने इस डर से सर्जरी कराने से इन्कार कर दिया था कि कहीं वह दोबारा अखाड़े में ना उतर पाए, लेकिन परिवार की जिद और डॉक्टर के आश्वासन के बाद सर्जरी के लिए मान गई। वह दोबारा उसी लय में आ गई।
विनेश ओलंपिक में हारी उससे हिसाब किया बराबर
रियो में चीन की जिस पहलवान सुन यानान के कारण उन्हें यह चोट लगी, उन्हें विनेश ने शुरुआती मुकाबले में ही हरा दिया था। एशियन गेम्स में विनेश ने सबसे पहले मुकाबले में सुन यानान को (8-2) से हराया था। उसके बाद क्वॉर्टरफाइनल में विनेश ने साउथ कोरिया की किम ह्युंगजू को धूल चटाई। फिर सेमीफाइनल में उन्होंने उज्बेकिस्तान की याक्षिमुरतोवा को हराया था। फाइनल में विनेश ने जापान की युकी इरी को 6-2 से पटकनी दी। वह पूरे मैच में हावी रहीं।
लगातार दो बार एशियाड में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान
23 साल की पहलवान विनेश ने एशियन गेम्स में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा। वह लगातार दो एशियाड में पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनीं। विनेश ने इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य जीता था। इसके अलावा वह 2018 एशियाई चैम्पियनशिप में रजत तथा 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
विनेश की उपलब्धियां
2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड
2014 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज
2017 एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर
2018 एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर
2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड
2018 एशियन गेम्स में गोल्ड