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Weather Update: भिवानी की बहल की सौरा डिस्ट्रीब्यूटरी और तोशाम में भुरटाना माइनर टूटी, 120 एकड़ में फसल हुई जलमग्न

हरियाणा में भारी बारिश से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नहरों में पानी ओवरफ्लो होने से माइनर डिस्ट्रीब्यूटरी टूट रही हैं। ऐसे में किसानों की फसल जलमग्न होकर बर्बाद हो रही हैं। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा सकती हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 03:07 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 03:07 PM (IST)
Weather Update: भिवानी की बहल की सौरा डिस्ट्रीब्यूटरी और तोशाम में भुरटाना माइनर टूटी, 120 एकड़ में फसल हुई जलमग्न
बहल की सौरा डिस्ट्रीब्यूटरी और तोशाम में भुरटाना माइनर टूटने से फसलों को हुआ नुकसान।

जागरण टीम भिवानी। दो दिन से लगातार हो रही बरसात के चलते नहरों में पानी की मात्रा भी बढ़ गई है। ओवरफ्लो होने से माइनर, डिस्ट्रीब्यूटरी टूट रही हैं। ऐसे में किसानों की फसल जलमग्न होकर बर्बाद हो रही हैं। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा सकती हैं। सरकार से बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग की जा रही है। वीरवार रात बहल और तोशाम में दो नहरें टूटने से करीब 120 एकड़ में खड़ी कपास, मूंग आदि की फसल खराब हो गई। किसान बर्बाद फसलों मुआवजा देने के लिए सरकार से मांग कर रहे हैं। 

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इधर बहल के पातवान में सौरा डिस्ट्रीब्यूटरी टूटी, 90 एकड़ में कपास मूंग की खड़ी फसल जलमग्न 

बहल खंड के गांव पातवान में सौरा डिस्ट्रीब्यूटरी का एक किनार टूट जाने से 10 से अधिक किसानों की करीबन 80 से 90 एकड़ में खड़ी खरीफ की कपास व मूंग फसल जलमग्न हो गई है। किसानों का कहना है कि नहर देर रात टूट गई और पूरे कृषि क्षेत्र में पानी भर आया है।  इसकी सूचना विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को दी गई थी और अभी भी तक नहर में पानी चल रहा है। नहर के टूटने से पक्ककर तैयार फसलें बर्बाद हो गई हैं और इससे किसानों को नुकसान हो गया है। किसानों के खेतों में एक फुट से अधिक पानी खड़ा हो गया है और मूंग फसल इससे पूरी तरह से डूब गई। किसानों का कहना है कि पहले तो बारिश ने इंतजार करवाया, फिर फसलों पर आए रोगों ने उनको रुलाया, अब बारिश ने उनकी फसलों पर तांडव बरपा रही है और जो कोर कसर रह गई थी उसको रात को टूटी नहर ने पूरा कर दिया है।

सौरा डिस्ट्रीब्यूटरी टूटने से जलमग्न हुई फसल

सपने टूट चुके हैं

अब उनके पास कहने व करने को कुछ नहीं बचा है। उनके सपने टूट चुके हैं और अब तो उनके क्षतिपूर्ति पर प्रशासन रहम कर दें, पीड़ा समझे तो वे कुछ उभर सकते हैं। पातवान गांव के किसान कि पूर्व सरपंच राजेंद्र सिंह, मांगेराम, मोहनलाल, राजबीर, जीवनराम, राजपाल, राजेंद्र, अजूर्न, जयभगवान, दारासिंह, रामावतार, सुरेश, मुखत्यार आदि ने बताया कि उनकी करीबन 90 एकड़ की फसल प्रभावित हुई है और अब इन फसलों में कुछ नहीं बचा है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में लगातार नहरे टूटने से किसानों की फसले बर्बाद हो रही है और मरम्मत हुई नहर भी इससे अछूती नहीं रही है। सौरा डिस्ट्रीब्यूटरी सबसे पुरानी नहर है और कई बार टूट चुकी है। इसके लिए विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का कहना है कि नहर में पेड़ों की जड़ आ जाने व चूहे आदि के बिल होने से ऐसा होता रहता है। विभाग इसको लेकर सर्तक रहता है लेकिन फिर भी टूट ही जाती है। टूटी नहर को जल्द ही ठीक करके पानी छोड़ दिया जाएगा।

तोशाम में भुरटाना माइनर टूटने से अलखपुरा के किसानों की 30 एकड़ कपास फसल में पानी ही पानी

भुरटाना माइनर टूटने से अलखपुरा के किसानों की लगभग 30 एकड़ कपास की फसल पानी-पानी हो गई। किसानों ने आरोप लगाया कि माइनर टूटने की जानकारी प्रशासन को इसकी सूचना दे रहे थे कि किसी फोन रिसीव नहीं किया। बाद में फसल में पानी भरने के बाद विभाग जागा और बाद माइनर को बंद करवाकर मरम्मत करवाया गया। अलखपुरा निवासी किसान ओमप्रकाश, फकीरचंद, रामअवतार, भागीरथ, विष्णु, रतिराम, दीवान, वीरेंद्र, कर्मवीर, सुंदर आदि ने बताया कि भुरटाना माइनर गांव अलखपुरा के पास ओवरफ्लों होने के कारण टूट गई है जिससे 25 से 30 एकड़ कपास की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि माइनर के कारण प्रभावित हुई फसल का मुआवजा दिया जाए।


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