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weather news hisar: मौसम को लेकर राहत की खबर, आज से बदलेगा मौसम, बारिश की संभावना

मौसम को लेकर राहत भरी खबर है। आज से मौसम करवट लेने वाला है। हालांकि मौसम सुहाना तो मंगलवार शाम को ही हो गया था। मगर अब बारिश के आसार हैं।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 07:42 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 07:42 AM (IST)
weather news hisar: मौसम को लेकर राहत की खबर, आज से बदलेगा मौसम, बारिश की संभावना
weather news hisar: मौसम को लेकर राहत की खबर, आज से बदलेगा मौसम, बारिश की संभावना

हिसार, जेएनएन। मौसम को लेकर राहत भरी खबर है। आज से मौसम करवट लेने वाला है। हालांकि मौसम सुहाना तो मंगलवार शाम को ही हो गया था। मगर अब बारिश के आसार हैं। दक्षिण पश्चिम मानसून में अभी तक 1 जून से 24 अगस्त तक सामान्य से 2 फीसद अधिक बारिश हुई है। इस बार सामान्य बारिश 336.4 मिलीमीटर की जगह 342.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में आमतौर पर मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। इसी कारण से कभी बादलवाई तो कभी बूंदाबांदी के आसार दिख रहे हैं। मौसम विज्ञानियों की मानें तो मंगलवार के बाद फिर से मानसून में बदलाव देखने को मिल सकता है। हिसार में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम रहकर 32.0 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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आगे कैसा रहेगा मौसम

चौधरी चरण ङ्क्षसह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि मानसूनी हवाओं का टर्फ सामान्य हैं। साथ ही बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव के क्षेत्र के अगले दो दिन में और अधिक एक्टिव होने की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन राजस्थान  व इसके साथ लगते क्षेत्रों में बनने से संभावित पूर्वी हवाएं चलने तथा अरब सागर से नमी वाली दक्षिण पश्चिमी हवाएं आने की संभावना से हरियाणा में 25 अगस्त रात्रि से मानसून की सक्रियता बढऩे की संभावना है। जिससे राज्य में 26 से 29 अगस्त के दौरान बीच-बीच में ज्यादातर क्षेत्रों में तेज हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

किसान इन बातों का रखें ध्यान

- पिछले तीन-चार दिन से बादलवाई व वातावरण में नमी अधिक होने से कीट व रोगों का प्रकोप होने की संभावना देखते हुए फसलों की लगातार निगरानी रखें।

- फसलों में कीट व रोग का प्रकोप दिखाई दे तो मौसम साफ रहने पर विश्वविद्यालय द्वारा सिफारिश दवाइयों की स्प्रे करें।

- नरमा कपास व अन्य खरीफ फसलों तथा सब्जियों में यदि बारिश का पानी भरा हो तो उसे निकाल दें।

- फलदार पौधे लगाने का उचित समय है। प्रमाणित नर्सरी से उत्तम किस्मों के फलदार पौधे खेतों में लगवाएं।

पिछले वर्षों में प्रदेश में कितनी हुई बारिश

वर्ष- सामान्य - बारिश हुई- कमी (फीसद)

2014- 461.3- 200.4- 57

2015- 461.3- 288.4- 37

2016- 461.3- 337- 27

2017- 461.3- 344.9- 26

2018- 461.3- 416.6- 10

2019- 461.3- 255.2- 42

2020- 461.3- 341- 9

(बढ़ोतरी, सितंबर शेष)


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