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रिमझिम बरस रहे बदरा, भीषण गर्मी से मिली राहत, तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

मौसम विभाग ने 16 17 और 18 जून को 30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है। बारिश के कारण गर्मी से राहत मिली है।

By manoj kumarEdited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 11:37 AM (IST)Updated: Sun, 16 Jun 2019 12:31 PM (IST)
रिमझिम बरस रहे बदरा, भीषण गर्मी से मिली राहत, तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
रिमझिम बरस रहे बदरा, भीषण गर्मी से मिली राहत, तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

हिसार, जेएनएन। लगातार करीब 20 दिनों तक झुलसा देने वाली गर्मी के बाद शनिवार की रात मौसम ने करवट बदली। करवट भी ऐसी कि रात से ही रिमझिम बादल बरस रहे हैं। कई जिलों में तो बारिश 50 एमएम से भी ज्‍यादा हो चुकी है। बारिश होने से गर्मी की भी एक बार के लिए छुट्टी हो चुकी है। शनिवार की दोपहर जहां लोग गर्मी और धूप के मारे घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे, वहीं रविवार की सुबह कुछ अलग ही थी। ठंडी ठंडी फुहारों से मौसम खुशनुमा हो गया। लंगी गर्मी के बाद बारिश के कारण लोगों ने राहत की सांस ली है। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद समेत कई जिलों में बारिश हुई तो वहीं कई जिलों में बादल छाए रहे।

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वहीं मौसम विभाग का अनुमान बिल्कुल लगभग सही निकला। मौसम विभाग द्वारा हल्‍की बूंदाबांदी होने का आसार बारिश में बदल गया। हालांकि शनिवार की रात उड़ रहे रेत को देखकर यह नहीं लग रहा था कि बारिश होगी मगर देर रात को ही झड़ी शुरू हो गई। शनिवार देर रात से ही शुरू हुई रिमझिम रविवार भोर होते-होते झमाझम बरसात में बदल गई। सुबह शहरवासियों की जब आंख खुली तो बादलों की गड़गडा़हट व बरसात से मौसम सुहाना हो गया।

बता दें कि मौसम विभाग ने 16, 17 और 18 जून को 30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है। ऐसे में आगामी तीन दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली क्षेत्र में जून के पहले 13 दिनों में 84 प्रतिशत कम बारिश हुई है। यदि 19 जून तक मानसून पूर्व बौछारें पड़ीं तो कुछ हद तक इस कमी की भरपाई हो सकती है।

फसलों के लिए संजीवनी बन बरसा पानी
लगातार बीस दिनों तक 45 डिग्री तापमान और धूप के कारण किसानों की फसलें सूख रही थी तो कुछ की खराब भी हो गई। अब बारिश होने के कारण फसलों को फायदा होगा और जो फसल खराब होने की कगार पर थी वह सही से बढ़ सकेगी। कपास की फसल में इससे ज्‍यादा फायदा होगा, ओलावृष्टि नहीं होने से भी फसलों को नुकसान नहीं हुआ है। ऐसे में पानी फसलों के लिए संजीवनी बनकर बरसा है। तीन दिन तक नमी बने रहने के कारण फसलों में पानी की पूर्ति हो सकेगी।

ये है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
16 जून को आंशिक बादल और गरज-चमक के साथ दो बार बूंदाबांदी
17 जून को आंशिक बादल और गरज-चमक के साथ दो बार बूंदाबांदी
18 जून को छाए रहेंगे आंशिक बादल
19 जून को आंशिक बादल और कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश

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