हिसार जिले के 25 बूथों पर 62 फीसद से कम हुई थी वोटिंग, प्रशासन ने शुरू किया सर्वे
लोकसभा चुनावों के दौरान हिसार में पिछली बार से भी मतदान फीसद सामने आया था इसको लेकर प्रशासन ने चुनाव के बाद उन गांवों व बूथों का सर्वे कराया जहां वोटिंग प्रतिशत कम रह गया।
हिसार, जेएनएन। लोकसभा चुनावों के दौरान हिसार में पिछली बार से भी मतदान फीसद सामने आया था, इसको लेकर प्रशासन ने चुनाव के बाद उन गांवों व बूथों का सर्वे कराया जहां वोटिंग प्रतिशत कम रह गया। इस सर्वे के बाद जिले की सातों विधानसभाओं में 25 बूथ ऐसे निकले हैं जहां पर 62 फीसद से कम वोटिंग हुई। इन बूथों पर वोटिंग कम होने का कारण जानने के लिए प्रशासन ने सर्वे शुरू कर दिया है। इसमें सबसे अधिक नलवा व उकलाना विधानसभा के गांव हैं।
इसके साथ ही यहां पर जागरुकता अभियान चलाना भी प्रशासन ने शुरू कर दिया है। खासकर महिला मतदाताओं को बूथों तक लाने के लिए उन्हें वोट का अधिकार बताया जा रहा है। प्रशासन की कोशिश है कि इस विधानसभा चुनाव में इन 25 बूथों पर मतदाता एक रिकार्ड बनाएं।
इन विधानसभाओं के गांवों में हुई थी कम वोटिंग
आदमपुर- 3
उकलाना- 5
नारनौंद- 3
हांसी- 3
बरवाला- 3
हिसार- 3
नलवा- 5
जिले में 17 क्रिटिकल बूथ किए निर्धारित
जिले की सातों विधानसभाओं में 17 क्रिटकल बूथ निर्धारित किए गए हैं। जिसमें आदमपुर में सबसे अधिक 8 बूथ, नारनौंद में 7 तो हिसार में 2 बूथों को क्रिटिकल श्रेणी में रखा गया है। क्रिटिकल बूथ वह होते हैं जहां 75 प्रतिशत वोटिंग हो या 90 फीसद वोट एक ही प्रत्याशी के पक्ष में चले गए हों। उपायुक्त व जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि इन बूथों पर सुरक्षा के विशेष प्रबंध रहेंगे।
इसमें पुलिस कर्मियों के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स की अतिरिक्त टुकड़ी को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही कई कैमरों लगाए जाएंगे, जो कि सीधे कंट्रोल रूम से जुड़े हुए होंगे। इसके साथ ही इन बूथों पर तैनात रहने वाले अधिकारियों को विशेष हिदायतें दी गई हैं। जिसमें उन्हें समझाया गया है कि वह गडबड़ी की स्थिति पर उच्चाधिकारियों से सीधे भी संपर्क कर सकते हैं।