गुजवि शुरु करेगी विवेकानंद सर्टिफिकेट कोर्स, ताकि शिक्षाओं से अच्छे नागरिक बनें
जीजेयू विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा विभाग द्वारा शुरु किए जाने वाले इस कोर्स का नाम सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन विवेकानंद स्टडीज होगा।
हिसार [संदीप बिश्नोई] वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं देश के युवाओं के लिए बेहद प्रेरणा दायक हैं। लोग यदि उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करें तो बेहतर नागरिक बन सकते हैं। उनकी ऐसी शिक्षाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने स्वामी विवेकानंद पर एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरु करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा विभाग द्वारा शुरु किए जाने वाले इस कोर्स का नाम सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन विवेकानंद स्टडीज होगा।
इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी ने सिलेबस लगभग तैयार कर लिया है। इस छह माह के कोर्स की खास बात यह होगी कि इसका प्रेक्टिकल व्यावहारिक होगा। यानी विद्यार्थी को नेकी और भलाई के विभिन्न कार्य करते हुए स्वयं की 10 फोटो अपनी असाइनमेंट पर चिपकानी होगी। तभी उन्हें कोर्स का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। हालांकि इस कोर्स के लिए अभी विस्तृत नियम बनाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय की और से इसके लिए पंजाब यूनिवर्सिटी से डा. सुधीर बवेजा, गुजवि से डा. सुनैना ग्रोवर और दीपक कुमार की एक कमेटी बनाई गई है।
12वीं पास कोई भी व्यक्ति कर सकेगा यह कोर्स
इस कोर्स को कोई भी विद्यार्थी या नौकरीपेशा या अन्य लोग कर सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं पास रखी गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार इस कोर्स के लिए फीस अभी निर्धारित नहीं की गई, लेकिन इसकी फीस 2500 से 3500 रुपये के बीच रखी जा सकती है। दूरस्थ शिक्षा विभाग में मार्च के पहले हफ्ते से ही इस कोर्स में दाखिले लिए जा सकेंगे।
एक वर्कशॉप भी होगी, जिसमें विद्यार्थी अनुभव करेंगे साझा
सर्टिफिकेट कोर्स के दौरान अंत में विद्यार्थियों की एक वर्कशॉप का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें विशेषज्ञ स्वामी विवेकानंद के जीवन के बारे में बताया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थी भी अपने सेवा कार्यों और भावों को विशेषज्ञों के साथ साझा कर सकेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार इस सर्टिफिकेट कोर्स में स्वामी विवेकानंद के जीवन परिचय के साथ उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस से मिलन, भारत भ्रमण, विदेश यात्राएं, शिकागो स्पीच, छुआछुत के खिलाफ और नारी उत्थान के लिए उनका योगदान, युवाओं के प्रेरणादायक संदेश और प्रोत्साहित करने वाले किस्से, चरित्र निर्माण, भविष्य के भारत का दर्शन आदि को शामिल किया गया है।
आज भी स्वामी विवेकानंद के विचारों का युवाओं और आमजन पर खासा प्रभाव है। करोड़ों युवा आज भी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हैं। उनके विचार लोगों की सोच और व्यक्तित्व को बदलने में सहायक हैं। अधिक से अधिक युवा इस देश के बेहतर नागरिक बनें, इसीलिए हम विवेकानंद सर्टिफिकेट कोर्स शुरु कर रहे हैं। - प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, गुजवि।