टिकरी बार्डर पर 400 दिनों बाद वाहनों को मिली सीएनजी, पांच पंपों पर शुरू हुई सप्लाई
टिकरी बार्डर पर 400 दिनों बाद वाहनों में सीएनजी डाली जा रहा है। टिकरी बार्डर के पांच पेट्रोल पंपों पर सीएनजी की सप्लाई होती है लेकिन अभी आइजीएल की ओर से दो पंपों की लाइन को ही सीएनजी के लिए फीट पाया गया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। आंदोलन की वजह से बंद रहे टिकरी बार्डर के पेट्रोल पंपों पर 400 दिनों बाद शनिवार सीएनजी ईंधन की सप्लाई शुरू हुई। आइजीएल (इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड) की ओर से पूरी व्यवस्था को परखने के बाद इन पंपों पर सीएनजी की सप्लाई शुरू की गई। दरअसल, टिकरी बार्डर पर दिल्ली की सीमा में पांच पेट्रोल पंप एक साथ स्थित हैं। ये पांचों की पंप एक साल तक आंदोलन की चपेट में रहे और पूरी तरह बंद पड़े रहे। इन पंपों के बंद रहने से 100 से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी भी छूट गई थी। इन पर सीएनजी की बिक्री ज्यादा होती थी। मगर ये पांचों ही पंप आंदोलन से घिर गए थे। जब आंदोलन खत्म होता नजर नहीं आया था तो इन पंपों के सभी सेल्समैन हटा दिए गए थे।
तीन सप्ताह बाद शुरू हुई सप्लाई
आंदोलन खत्म होने के बाद यहां पर कर्मचारी लौट आए हैं। डीजल और पेट्रोल की बिक्री तो इन पंपों पर 11 दिसंबर को आंदोलन खत्म होने के एक दो दिन बाद ही शुरू हो गई थी, लेकिन सीएनजी की यहां पर सप्लाई शुरू होने में करीब तीन सप्ताह का समय लग गया। इसके कारण वाहन चालक परेशान रहे। वे हरियाणा में दिल्ली के मुकाबले 10 रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा महंगी सीएनजी खरीदने काे विवश रहे। दिल्ली के पीवीसी मार्केट में स्थित पंप पर सीएनजी की सप्लाई है, लेकिन वहां पर अब तक लाइन कहीं ज्यादा लंबी रही। इसके कारण दिक्कत आई। टिकरी बार्डर के पांच पेट्रोल पंपों पर सीएनजी की सप्लाई होती है, लेकिन अभी आइजीएल की ओर से दो पंपों की लाइन को ही सीएनजी के लिए फीट पाया गया। टिकरी बार्डर पर एक पेट्रोल पंप के संचालक हरिओम शर्मा ने बताया कि आइजीएल की ओर से व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। अब सप्लाई शुरू हुई है। यहां तक आइजीएल की पाइप लाइन है। उसी के जरिये सप्लाई होती है।