जीजेयू की छात्रावास में वीसी ने किया निरीक्षण, विद्यार्थियों को समस्या दूर करने का दिया आश्वासन
गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज विवि में बनी छात्रावास का दौरा करने पहुंचे। छात्रावास में रहने वाली छात्राओं की समस्या के बारे में जानकारी ली।
जागरण संवाददाता, हिसार: गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) के कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज विवि में बनी छात्रावास का दौरा करने पहुंचे। छात्रावास में रहने वाली छात्राओं की समस्या के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि छात्राओं को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। विश्वविद्यालय का हास्टल प्रशासन अपने विभागीय कार्य के साथ-साथ छात्रावासों के रखरखाव पर विशेष ध्यान देगा। आगामी दिशानिर्देश भी जारी किए। विद्यार्थियों की ठंडे पानी की समस्याओं को दूर करने के लिए छात्रावास प्रशासन को वाटर कूलर की भी मंजूरी दे दी है। प्रो. काम्बोज ने विद्यार्थियों से अपील की है कि वह पानी के उचित प्रबंधन के लिए छात्रावास प्रशासन का सहयोग दें। जरूरत के अनुसार पानी का प्रयोग करें। महिला छात्रावास की चीफ वार्डन प्रो. सोनिका ने बताया कि छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए हर तरह की सुविधा देने के लिए तैयार है। पानी की समस्या को लेकर सभी छात्रावासों में रिवर्स आस्मोसिस सिस्टम, पानी स्टोरेज व्यवस्था व वाटर कूलर का प्रबंध किया है। इस बारे में दैनिक जागरण ने छात्र-छात्राओं की समस्या को लेकर 17 व 19 मई को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद विवि प्रशासन ने संज्ञान लिया।
दो वर्षों में छात्राओं की डेढ़ गुना संख्या बढ़ी
चीफ वार्डन प्रो. सोनिका, महिला छात्रावास की डिप्टी चीफ वार्डन डा. मीनाक्षी भाटिया व कार्यकारी अभियंता रघुबीर सिंह सुंडा ने महिला छात्रावास में दौर के समय कहा कि सभी जरूरतमंद छात्राओं को छात्रावास देने का प्रावधान है। पिछले दो वर्ष की तुलना में छात्राओं की संख्या डेढ़ गुणा बढ़ी है। छात्रावास में शोधार्थियों सहित 1500 से छात्राएं रह रही है।
बंदरों की समस्या के लिए वन्य जीव विभाग को लिखा पत्र
कार्यकारी अभियंता रघुबीर सिंह सुंडा ने बताया कि सभी छात्रावासों के टैंकों से ऊपर टंकी में पानी चढ़ाने के लिए एटोमेटिक वाटर लिफ्टिग सिस्टम है। छात्रावास में प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी की आवश्यकता होती है, जबकि छात्रावास प्रशासन द्वारा दोगुना से अधिक पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। छात्रावास में बंदरों की समस्या के समाधान के लिए वन्य जीव विभाग हरियाणा सरकार को पत्र लिखा हुआ है, जिसको लेकर वन्य जीव विभाग का जवाब विचाराधीन है।