वोटर कार्ड बदलकर खुलवाता था बैंक में खाते, 200 लोगों से करोड़ों ठगे
35 लाख 55 हजार 800 रुपये की धोखाधड़ी मामले में दीपक को एक दिन और विवेक को तीन दिन के रिमांड पर लिया।
-35 लाख 55 हजार 800 रुपये की धोखाधड़ी मामले में दीपक को एक दिन और विवेक को तीन दिन के रिमांड पर लिया
जागरण संवाददाता, हिसार: फतेहाबाद के हसंगा गांव निवासी छबीला राम से 35,55,800 रुपये की धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किए गए दो दोस्तों को पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश किया। जहां से विवेक को तीन दिन और फरीदाबाद के शिव दुर्गा विहार निवासी दीपक को एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने विवेक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह अब तक करीब 200 लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका था। उसने बताया कि वह बार-बार अपने वोटर कार्ड में परिवर्तन करवाता था। उसके बाद उसके आधार पर बैंक खाते खुलवाता था। पुलिस को अब तक विवेक के तीन खातों के बारे में जानकारी मिली है। यह तीनों खाते उसने गुरुग्राम में खुलवाए थे। पुलिस का कहना है कि विवेक जिस वोटर कार्ड के आधार पर पैन कार्ड बनवाकर बैंक खाते खुलवाता था। वह वोटर कार्ड बरामद करने बाकि है। इसके अलावा उसने अपने एक साथी फरीदाबाद के डबुआ निवासी गुलशन का भी नाम लिया है जो उसकी खाते खुलवाने में मदद करता था। वहीं पुलिस दीपक से लैपटाप और प्रिटर भी बरामद करेगी। इनका इस्तेमाल आरोपित ठगी में करता था। पुलिस ने दीपक और विवेक से 10 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। गौरतलब है कि दोनों को पुलिस ने वीरवार को गिरफ्तार किया था। दीपक मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है। पुलिस ने बताया था कि दीपक की कंप्यूटर की दुकान है और विवेक लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए फर्जी काल कर खाते में रुपये डलवाने का काम करता था। पुलिस ने बताया कि आरोपित वर्ष 2018 से ठगी का काम कर रहे थे।
यह था मामला
गौरतलब है कि छबीला राम ने 15 जुलाई को पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि वह को-आपरेटिव सोसायटी में नौकरी करता है। राजबीर ने उसे कहा कि वह छह लाख रुपये की बजाय 24 लाख रुपये का लोन करवा देगा। इसके बदले में 80 हजार रुपये जमा करवाने होंगे। छबीला राम ने विश्वास कर सात दिसंबर 2018 को 80 हजार रुपये आरटीजीएस के माध्यम से जमा करवा दिए। छबीला राम ने बताया था कि लोन पास करवाने तक गिरोह के सदस्यों ने उससे 35,55,800 रुपये ठग लिए थे। पीड़ित का आरोप था कि आरोपित उससे चेक भी मांग रहे थे। इसके अलावा फोन कर एटीएम और फाइल क्लीयर करवाने के नाम पर और रुपये डलवाने की मांग कर रहे थे। मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया था।