झज्जर में दो भाइयों का अनोखा प्रकृति प्रेम, घर को बना डाला पार्क, बोले- प्राणवायु का सबसे बड़ा स्त्रोत हैं पौधे
बहादुरगढ़ के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में एसडीओ रविंद्र यादव को पौधारोपण का बहुत शौक है। ऐसा नहीं घर में वे अकेले ही पौधारोपण करते हैं बल्कि दिल्ली में लेक्चरर उनके बड़े भाई सुरेंद्र यादव भी खूब पौधारोपण करते हैं और दूसरों को भी पौधे लगाने के लिए प्रेरित करते हैं।
बहादुरगढ़, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की मांग रही। ऑक्सीजन की कमी के कारण भारी संख्या में लोगों की सांसों की डोर टूट गई। लोग ऑक्सीजन को लेकर दर-बदर भटकते रहे। यह तो कृत्रिम ऑक्सीजन थी, जिसकी मांग पिछले कुछ दिनों से पूरे देश में जोरों पर है। उधर, ऑक्सीजन प्राकृतिक रूप में हमें भरपूर मात्रा में मिले, इसके लिए पौधरोपण बहुत जरूरी है। पौधे प्राणवायु का सबसे बड़ा स्त्रोत हैं। पौधें ही इस पूरे पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं। यहीं वजह है कि बहादुरगढ़ के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में एसडीओ रविंद्र यादव को पौधारोपण का बहुत शौक है।
यह शौक उन्हें बचपन से ही है। ऐसा नहीं घर में वे अकेले ही पौधारोपण करते हैं, बल्कि दिल्ली में लेक्चरर उनके बड़े भाई सुरेंद्र यादव भी खूब पौधारोपण करते हैं और दूसरों को भी पौधे लगाने के लिए प्रेरित करते रहे हैं। झज्जर के माता गेट में रहने में वाले दोनों भाइयों ने अपने-अपने घरों में आंगन के साथ-साथ हर कोने में जरूरत अनुसार कई तरह के पौधे लगा रखे हैं। दोनों भाइयों ने अपने-अपने घरों में बैंबो, पाम, मनी प्लांट, एलोवेरा, तुलसी, हरसिंगार समेत कई तरह के पौधे लगा रखे हैं।
इन पौधों की देखभाल ये दोनों ही करते हैं। ड्यूटी से घर आते ही जरा सा समय मिला नहीं कि दोनों भाई पौधाें की देखभाल करने में जुट जाते हैं। रविंद्र यादव बताते हैं कि पौधों से हमें प्राकृतिक रूप से ऑक्सीजन मिलती है। तापमान को सामान्य रखने और बारिश कराने में पौधे काफी सहायक हैं। पेड़-पौधे लगाने से ही पर्यावरण का बचाव हो सकता है। उन्होंने बताया कि दिन-प्रतिदिन प्रदूषण के कारण जलवायु में निरंतर परिवर्तन हो रहा है और इस जलवायु परिवर्तन के कारण ही पर्यावरण दूषित हो रहा है।
हमें स्वच्छ पर्यावरण, स्वच्छ ऊर्जा, स्वच्छ जल के अतिरिक्त अधिक हरियाली की दिशा में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। पेड़-पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल करना बहुत जरूरी है। पौधों की देखभाल करने से ही वे बड़े होकर पेड़ बनते हैं, जिनसे हरियाली के साथ-साथ पर्यावरण भी स्वच्छ रहता है। पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए पौधारोपण जरूरी है। केवल वृक्ष ही हमें ताजा हवा मुहैया करवाते हैं।