एक प्लाट को लेकर बिखर गए दो परिवार, घर में घुसकर बुजुर्ग की हत्या, 21 लोगों पर मामला दर्ज
दो पक्षों के बीच प्लाट को लेकर चल रहा है लंबे समय से विवाद। आरोपित पक्ष से खतरा देखते हुए मृतक पक्ष की तरफ से एक दिन पहले पुलिस से मांगी गई थी सुरक्षा।
सांपला, जेएनएन। आइएमटी थाना क्षेत्र के चुलियाणा गांव में प्लाट के विवाद को लेकर एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर हमला कर दिया। आरोपितों ने लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी से वार कर बुजुर्ग की हत्या कर दी। जबकि उसके दो बेटे समेत परिवार की दो महिलाएं भी घायल हो गई। सूचना मिलने पर भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने आरोपित पक्ष की कई महिलाओं समेत 21 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मृतक पक्ष की तरफ से शुक्रवार शाम ही पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन सुरक्षा नहीं मिली।
चुलियाणा गांव निवासी सुनील पुत्र रामचंद्र ने बताया कि वह मजूदरी करता है। करीब 20 साल पहले पंचायत की तरफ से ताऊ सुल्तान के नाम से 100 गज का प्लाट सरकार की तरफ से अलाट हुआ था। प्लाट की रजिस्ट्री ताऊ के नाम पर है। एक प्लाट ताऊ के बेटे श्रीभगवान के नाम हुआ था। इसकी रजिस्ट्री श्रीभगवान के नाम है। इन दोनों प्लाटों पर विनोद, सोनू, सूरजभान, करतारे, राजेंद्र, संजय और जयभगवान ने मिलकर कब्जा कर रखा है। प्लाट पर कब्जे को लेकर कई बार झगड़ा हो चुका है। कोर्ट से भी वह केस जीत चुके हैं, लेकिन फिर भी आरोपित कब्जा नहीं छोड़ रहे। शुक्रवार को आरोपित पक्ष ने जबरदस्ती प्लाट की दीवार गिरा दी।
उस समय भी काफी विरोध किया गया, लेकिन आरोपित हथियारों से लैस थे। तब मामला शांत हो गया। शनिवार सुबह करीब नौ बजे सुनील पक्ष अपने मकान में खाना खा रहा था। इसी दौरान आरोपित पक्ष से संदीप, राहुल और मुकेश आदि काफी संख्या में लोगों ने इक_ा होकर हमला कर दिया। इसमें महिलाएं भी शामिल रही। आरोपितों ने लाठी-डंडों के साथ-साथ कुल्हाडी से भी वार किए। हमले में घायल सुनील के पिता 60 वर्षीय रामचंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सुनील, अनिल, उनकी मां फुला और पुत्रवधु कविता भी घायल हो गए। पता चलते के बाद अंडर ट्रेनी आइपीएस नितिश अग्रवाल, डीएसपी नरेंद्र कादियान और आइएमटी थाना प्रभारी कुलदीप कुमार मौके पर पहुंचे। घायलों को उपचार के लिए पीजीआइ में भर्ती कराया गया। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
सुरक्षा की बजाय पुलिस ने समझाकर छोड़ दिया था घर
शुक्रवार को भी रामचंद्र पक्ष एसपी राहुल शर्मा से मिलने के लिए पहुंचा था। एसपी के नहीं मिलने पर वह आइएमटी थाना प्रभारी से मिले। उन्होंने दूसरे पक्ष से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें घर तक छोड़ दिया था। पुलिस ने इस मामले में शनिवार को दोनों पक्षों को खरावड़ पुलिस चौकी में बुलाया था। लेकिन इससे पहले भी वारदात को अंजाम दे दिया गया। मृतक पक्ष का कहना है कि यदि पुलिस उन्हें सुरक्षा दे देती तो शायद यह वारदात नहीं होती।
ग्रामीणों में मची भगदड़, भागकर बचाई जान
दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष के दौरान गली में भी भगदड़ मच गई। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरीके से वार किए जा रहे थे कि वहां पर काफी खून-खराबा हो गया। कुछ लोगों ने मामले को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन आरोपितों पर खून सवार देख वह भी पीछे हट गए। दोनों पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इनके खिलाफ हुआ केस दर्ज
शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपित संदीप, राहुल, मुकेश, राजेश, पप्पू, दीपक, सुरेंद्र, सलेंद्र, अशोक, मीनाक्षी, अमृता, रङ्क्षवद्र, राहुल, गीता, नवीन, मोनू, कप्तान, संजय चौकीदार, कुलदीप, रवि और गोलू के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
----प्लाट के विवाद को लेकर वारदात हुई है। मृतक पक्ष की शिकायत पर आरोपित पक्ष के कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जल्दी ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।
- कुलदीप सिंह, थाना प्रभारी आइएमटी।