मौत को मात दे माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली मनीषा यूथ आइकॉन अवार्ड से होंगी सम्मानित
पर्वतारोही मनीषा पायल ने दो बार मौत को मात देकर माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराया था। इस अभियान के दौरान मनीषा दो बार बर्फानी तूफान की चपेट में आ गई थी।
फतेहाबाद, जेएनएन। विपरित परिस्थितियों में माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने वाली फतेहाबाद के बनावाली निवासी और हिसार जीजेयू की छात्रा रही मनीषा पायल को राह ग्रुप फाउंडेशन यूथ आइकॉन अवार्ड से सम्मानित करेगा। हिसार में 15 सितंबर को एमजी एडवेंचर एंड थीम पार्क में आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों से प्रदेश भर की 151 हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा।
राह ग्रुप फाउंडेशन के के नेशनल चेयरमैन व केश कलां एवं कौशल विकास बोर्ड हरियाणा सरकार के निदेशक नरेश सेलपाड ने बताया कि इस सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल होगी। पर्वतारोही मनीषा पायल ने दो बार मौत को मात देकर माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराया था। इस अभियान के दौरान मनीषा दो बार बर्फानी तूफान की चपेट में आ गई थी, वह इस अभियान के दौरान वह कई दिनों तक बीमार रही, मगर उसने हिम्मत नहीं हारी। निमोनिया होने के बावजूद भी मनीषा ने कभी हार नहीं मानी।
26 जनवरी को किली मंजारो की थी फतेह
मनीषा ने 26 जनवरी 2019 को दक्षिणी अफ्रीका की 19430 फुट ऊंची चोटी किली मंजारो फतह की थी। उस समय वहां पर माईनस 70 डिग्री से भी कम तापमान रहता है। यह ऐसा समय होता है जब बहुत पर्वतारोही इस विपरित मौसम में इस चोटी की तरफ जाने की भी सोचते।
सेवन समिट पर तिरंगा लहराने का इरादा
दक्षिणी अफ्रीका की किली मंजारो व माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने वाली मनीषा सेवन समिट यानी सातों महाद्वीपों की 7 ऊंची चोटियों में शेष बची पांच चोटियों को फतेह करने का इरादा रखती है। जिनमें से इंडोनेशिया की कारस्टेंस पिरामिड शिखर, यूरोप की एलबुर्स, अमेरिका की माउंट देनाली, अंटार्कटिका की ङ्क्षवसन की चढ़ाई करना उसका अगला लक्ष्य है।