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किसान आंदोलन से बार्डर सील, ट्रांसपोर्टरों नहीं उठा रहे माल, फुटवियर इंडस्ट्री को 300 करोड़ का नुकसान

किसान आंदोलन के कारण बंद हुए टीकरी बार्डर और मंगलवार को दिल्ली पुलिस की ओर से एमआइई पार्ट बी के साथ लगते कच्चे रास्ते बंद किए जाने से काफी असर पड़ा है। किसान आंदोलन से हरियाणा में फुटवियर इंडस्ट्री को अब तक करीब 300 करोड़ का नुकसान हो चुका है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 09:00 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 09:00 AM (IST)
किसान आंदोलन से बार्डर सील, ट्रांसपोर्टरों नहीं उठा रहे माल, फुटवियर इंडस्ट्री को 300 करोड़ का नुकसान
बहादुरगढ़ में करीब 400 करोड़ का तैयार माल फैक्ट्रियों में अटक गया है

बहादुरगढ़, जेएनएन। किसान आंदोलन का बहादुरगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में जबरदस्त प्रभाव पड़ा है। कोरोना से जूझ रही इंडस्ट्री को किसान आंदोलन के कारण बंद हुए टीकरी बार्डर और मंगलवार को दिल्ली पुलिस की ओर से एमआइई पार्ट बी के साथ लगते कच्चे रास्ते बंद किए जाने से काफी असर पड़ा है। इस कारण एमआइई पार्ट बी की 1500 से ज्यादा फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। इसके अलावा किसान आंदोलन की वजह से यहां की फुटवियर इंडस्ट्री को अब तक करीब 300 करोड़ का नुकसान हो चुका है।

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साथ ही करीब 400 करोड़ का तैयार माल फैक्ट्रियों में अटक गया है। इतना ही नहीं करोड़ों का रॉ मैटीरियल भी ट्रकों में लदा होने के कारण सड़कों पर खड़ा है। ऐसे में बहादुरगढ़ चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री एसोसिएशन के बैनर तले कई उद्यमियों ने मंगलवार को डीसी जितेंद्र कुमार व एसपी राजेश दुग्गल से मुलाकात की और उद्यमियों की समस्या का समाधान करने की मांग की। जिला उद्योग केंद्र की संयुक्त निदेशक संजीत कौर के नेतृत्व में बीसीसीआइ के वरिष्ठ उपप्रधान नरेंद्र छिकारा व विकास आनंद सोनी, महासचिव सुभाष जग्गा, संजीव नारंग आदि उद्यमी डीसी जितेंद्र कुमार व एसपी राजेश दुग्गल से मिले। उन्होंने बताया कि एमआइई पार्ट ए, रोहद व एचएसआइआइडीसी में तो किसी तरह उद्यमी अपनी फैक्ट्रियां चला रहे हैं लेकिन एमआइई पार्ट बी में मंगलवार से 1500 से ज्यादा फैक्ट्रियां अचानक बंद हो गई हैं।

यहां पर किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर है। पहले कच्चे रास्तों से कर्मचारी आ-जा रहे थे लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें बंद कर दिया है। ऐसे में उद्यमियों ने पार्ट बी के साथ लगती मुंगेशपुर ड्रेन पर अस्थायी रास्ता बनाने की मांग की ताकि यहां की फैक्ट्रियां भी चल सकें। इस पर डीसी ने ङ्क्षसचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता को बुलाकर इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

सर्दी में शुरू होता है जूतों का सीजन, बार्डर सील होने से उत्पादन भी हुआ 50 फीसद कम

फुटवियर से जुड़े उद्यमी नरेंद्र छिकारा व आकाश चौपड़ा ने बताया कि सर्दी के मौसम में ही जूतों का सीजन शुरू होता है। दिसंबर तक जूतों का सीजन पीक पर होता है। मगर बार्डर सील होने से उन्हें नुकसान हो रहा है। रास्ते बंद होने से 50 फीसद उत्पादन कम हो गया है। नरेंद्र छिकारा ने बताया कि बहादुरगढ़ में छोटी बड़ी करीब सात हजार फैक्ट्रियां हैं। इनमें करीब दो हजार इंडस्ट्री फुटवियर की हैं। एस फुटवियर कंपनी के संचालक आकाश कपूर बताते हैं कि उनका कच्चा माल यानी प्लास्टिक का दाना व अन्य सामान दिल्ली में अटका हुआ है। छोटे वाहन तो दूसरे रास्तों से आ जाते हैं लेकिन ट्रक तो इसी रास्ते से आते हैं। ऐसे में उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।कृष्ण


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