सर्दी में ट्रेनों की लेट-लतीफी शुरू, बरेली एक्सप्रेस 15 फरवरी तक रद
सर्दी के साथ ही लंबी दूरी की ट्रेनों की लेट-लतीफी का दौर भी शुरू हो गया है। दिल्ली-रोहतक रेल ट्रैक से गुजरने वाली पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन देरी से चलने लगी हैं।
बहादुरगढ़, जेएनएन। सर्दी बढऩे के साथ ही लंबी दूरी की ट्रेनों की लेट-लतीफी का दौर भी शुरू हो गया है। दिल्ली-रोहतक रेल ट्रैक से गुजरने वाली पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन अपने निर्धारित समय से काफी देरी से चलने लगी हैं। बुधवार को दो एक्सप्रेस ट्रेनें काफी लेट रही तो बरेली एक्सप्रेस अप व डाउन में 15 फरवरी तक रद कर दिया गया। इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ट्रेनें लेट होने से यात्री प्लेटफार्म पर ही बैठे नजर आए और नौकरीपेशा लोगों को ड्यूटी पर पहुंचने में काफी देरी हुई। यात्री कई घंटों तक प्लेटफार्म पर ही बैठकर ट्रेनों के आने का इंतजार करते रहे।
निर्धारित समय से कई-कई घंटे देरी से कुछ ट्रेनों के चलने से दूर-दराज जाने वाले रेल यात्रियों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। बार-बार रेल यात्री रेलवे पूछताछ केंद्र या फिर टिकट बिक्री केंद्र पर जाकर कर्मचारियों से ट्रेनों की स्थिति के बारे में जानकारी भी जुटाते नजर आए। स्टेशन पर बुधवार को अचानक मौसम के गडबड़ाने से लेट हुई ट्रेनों के कारण यात्रियों का तांता लग गया। रेलवे अधिकारियों की ओर से अनाउंस भी कराया जाता रहता है ताकि पूछताछ केंद्र व समय सारिणी पर ट्रेनों के बारे में न पढऩे वाले यात्रियों को भी पता चल सके कि कौन सी ट्रेन कब और कितनी देर में किस प्लेटफार्म नंबर पर आएगी। बुधवार को बहादुरगढ़ व रोहतक के रास्ते अन्य जगहों की तरफ जाने वाली दो एक्सप्रेस ट्रेनें जिनमें 14625 छिंदवाड़ा एक्सप्रेस जो कि पौने दो घंटे लेट रही तो वहीं 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस 2 घंटे देरी से प्लेटफार्म पर पहुंची। बरेली एक्सप्रेस अप व डाउन में 15 फरवरी तक रद कर दी गई। वहीं जींद पैसेंजर ट्रेन भी अपने निर्धारित समय से 40 मिनट की देरी से बहादुरगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंची।
सर्दी के कारण परिचालन हुआ प्रभावित
बहादुरगढ़ के स्टेशन अधीक्षक यशपाल मीणा ने बताया कि सर्दी के इस मौसम में कुछ जगह कोहरे व अन्य कारणों के चलते कई ट्रेनों कर परिचालन देरी से हो रहा है। बरेली एक्सप्रेस 15 फरवरी तक अप व डाउन में रद कर दी गई है। ट्रेनों के बारे में पूरी स्थिति स्पष्ट करने के लिए बार-बार अनाउंस कर यात्रियों को अवगत कराया जाता रहा। यदि कोई ट्रेन रद भी होती है तो उसके बारे में भी पहले ही यात्रियों को बताया गया है।