भिवानी में दर्दनाक हादसा, तालाब में डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत, मची चीख पुकार
बहल में एक दर्दनाक हादसे में तीन बच्चों की पानी के पौंड में डूबने से मौत हो गई है। तीनों बच्चों को पानी से बाहर भी निकाला गया मगर तब तक देर हो चुकी थी। हादसा सुबह करीब 8.50 बजे हुआ।
जागरण संवाददाता, बहल/भिवानी: भिवानी में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। बहल में एक दर्दनाक हादसे में तीन बच्चों की पानी के पौंड में डूबने से मौत हो गई है। तीनों बच्चों को पानी से बाहर भी निकाला गया मगर तब तक देर हो चुकी थी। हादसा सुबह करीब 8.50 बजे हुआ। युवकों को डूबता देख गांव के युवाओं ने अपनी जान की परवाह न करते हुए छलांग लगा दी और काफी देर बाद गड्ढे में धंसे तीनों बच्चों को पुलिस के जवानों के साथ मिलकर तलाश कर बाहर निकाला गया।
जब तक चिकित्सक के पास पहुंचे तीनों के सांस की डोर टूट चुकी थी। मृतकों पहचान सुशील उर्फ गोलू 10 वर्ष सचिन 11 वर्षीय और लखन की उम्र 9 साल बताई गई है। तीनों ही बच्चे बहल के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में क्रमशः कक्षा 4, 6 तथा 2 के विद्यार्थी थे। स्कूल की छुट्टी होने की वजह से अपने तालाब के पास घास चर रही बकरियों की रखवाली के लिए बैठे थे। हादसा कैसे हुआ इसकी जानकारी पुख्ता तौर पर अभी नहीं है। पुलिस ने तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए लोहारू भेज दिया है।
तालाब में पानी भी ज्यादा नहीं था, तीन ये वार फीट तक ही पानी बताया जा रहा है। मगर नीचे गाद बहुत ज्यादा थी। प्राथमिक जानकारी में यह सामने आ रहा है कि बच्चों ने नहाने के लिए तालाब में छलांग लगाई होगी मगर वे कम पानी और गाद ज्यादा होने के कारण उपर नहीं आ सके। दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
हाल में ही ढिगावा मंडी में खेतों में बने पानी के टैंक में डूबने से तीन युवकों की मौत हो गई थी। राजस्थान से एक शादी में बराती बनकर आए ये तीनों युवक भी पानी की डिग्गी में नहाने के लिए उतरे थे मगर वो डूब गए। हादसा का पता सुबह लगा जब किसान खेत में पहुंचे। इसके कुछ दिन पहले ही एक अन्य हादसे में खेत में बने पानी के टैंक में ही दो युवकों की डूबने से मौत हुई थी। इस हादसे में भी दोनों युवक नहाने के लिए डिग्गी में उतरे थे।
करीब पांच दिन पहले ही हिसार जिले के गांव भिवानी रोहिल्ला में भी राकेश कस्वां नामक 22 वर्षीय युवक खेत में पानी की डिग्गी में नहाने के दौरान डूब गया और उसकी मौत हो गई। राकेश पुलिस व फौज की भर्ती में सिलेक्ट होने के लिए तैयारी कर रहा था। वह बहुत अच्छा धावक था और आर्मी भर्ती में फिजिकल और मेडिकल तौर पर फिट भी हो चुका था। अब बस पेपर देना बाकी था, मगर इससे पहले ही यह हादसा हो गया था।