टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक विजेता योगेश कथूनिया को मिलेगा Arjun Award, बोले-मेहनत जारी रहेगी
योगेश ने अर्जुन अवार्ड को लेकर कहा कि मुझे बहुत खुशी है। अब मैं खेल रत्न हासिल करने की कोशिश करूंगा। इसके लिए पहले अगले साल सितंबर व अक्टूबर माह में हो रही वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतना मेरा लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक विजेता योगेश कथूनिया को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। उनका नाम इस अवार्ड के लिए चुना गया है। अर्जुन अवार्ड की घोषणा होने पर बहादुरगढ़ निवासी योगेश कथूनिया ने खुशी जताई है। साथ ही उनके परिजनों व बहादुरगढ़ के लोगों में भी अपने बेटे की इस सफलता पर खुशी की लहर देखने को मिल रही है। योगेश ने अर्जुन अवार्ड को लेकर कहा कि मुझे बहुत खुशी है। अब मैं खेल रत्न हासिल करने की कोशिश करूंगा। इसके लिए पहले अगले साल सितंबर व अक्टूबर माह में हो रही वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतना मेरा लक्ष्य है। इन दोनों खेलों में भाग लेने के लिए मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं।
टोक्यो पैरालिंपिक में जीता था रजत पदक
पैरालिंपिक खिलाड़ी बहादुरगढ़ की राधा कालोनी निवासी डिस्कस थ्रोअर (श्रेणी एफ-56) योगेश कथूनिया खेतों में अभ्यास करके टोक्यो पैरालिंपिक गेम्स तक पहुंचे और रजत पदक प्राप्त किया। याेगेश के पिता रिटायर्ड आनरेरी कैप्टन ज्ञानचंद और मां मीना देवी की लगन और मेहनत भी याेगेश के काम आई। 2006 में हाथ व पैर पैरालाइज हो गए थे तो उसकी मां मीना देवी ने उसे ठीक करने में काफी मेहनत की थी। इसके बाद योगेश ने जब खेलना शुरू किया तो मीना देवी तीन बजे जागकर उसके अभ्यास में साथ देती थीं। अपनी मां के संघर्ष व अपनी मेहनत के दम पर योगेश कथूनिया ने टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक हासिल कर देश का नाम रोशन किया था।
ये भी हैं योगेश की उपलब्धि
- 2018 में पंचकुला में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक
- 2018 में बर्लिन में हुई ओपन ग्रेंडप्रिक्स में डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक
- 2018 में इंडोनेशिया में हुए एशियन पैरा गेम्स चौथा स्थान
- 2019 में फरीदाबाद में हुई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक
- 2019 में पेरिस में हुई ओपन ग्रेंडप्रिक्स डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक
- 2019 में दुबई में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक
- 2021 में बेंगलुरू में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता के डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक