Tokyo Olympics: पूर्व ओलिंपियन दीदार सिंह बोले, पुरुषों की जीत से महिला हॉकी टीम होगी मोटिवेट
Tokyo Olympics में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। अब महिला टीम से उम्मीदें बढ़ गई हैं। पूर्व ओलिंपियन दीदार सिंह ने कहा है कि महिला टीम गलतियां कम करे तो इतिहास रच सकती है। टीम में कई अच्छी खिलाड़ी हैं।
संवाद सहयोगी, रानियां (सिरसा)। टोक्यो ओलिंपिक में पुरुषों की टीम की जीत से लड़कियों की टीम भी मोटिवेट होगी। टीम अच्छा खेल रही है, अगर गलतियां कम करे तो कांस्य पदक हासिल कर इतिहास रच सकती है। यह कहना है हाकी खिलाड़ी पूर्व ओलिंपियन दीदार सिंह सीनियर का।
दीदार सिंह ने कहा कि मैच के शुरुआत के पहले हाफ में अगर पांच सात मिनट टीम डिफेंस न होकर अटेकिंग स्ट्रेटजी से खेले तो रिजल्ट इंडिया के पक्ष में हो सकते हैं। टीम इंडिया का प्लस प्वाइंट फारवर्ड लाइन का बेहतर होना है। पिछले दोनों मैचों में अच्छा रिजल्ट दिया है। टीम में गुरजीत कौर, रानी रामपाल, मोनिका मलिक, वंदना कटारिया जैसी अच्छी खिलाड़ी है। टीम गलतियां कम करके काेऑर्डिनेशन से खेले तो मुकाबला जीत सकती है।
हॉकी को मिलेगा नया जीवन
दीदार सिंह सीनियर ने कहा कि भारतीय हाकी पुरुष टीम द्वारा कांस्य पदक जीतने से देश का सम्मान तो ऊंचा हुआ ही है साथ ही इस खेल को भी नया जीवन मिला है। 41 वर्ष के बाद भारत की झोली में हाकी ने पदक डाला है ऐसे में अब हाकी खेलने वाले खिलाड़ियों का मनोबल काफी ऊंचा होगा।
जूनियर और सीनियर खिलाड़ियों में तालमेल जीत का सूत्रधार
उन्होंने कहा कि भारतीय हॉकी टीम का खेल पहले भी उच्च स्तर का था और आज भी उच्च स्तर का ही रहा है। लेकिन, भारत के खिलाड़ियों ने अपनी कमियों पर काफी हद तक काबू पा लिया है। इससे पूर्व हॉकी टीम पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने से रोकने में काफी हद तक असफल होती थी। लेकिन, इस बार भारत की टीम के गोल कीपर व अन्य खिलाड़ियों ने पेनल्टी कॉर्नर को रोकने में काफी हद तक सफलता पाई है। सीनियर व जूनियर खिलाड़ियों को तालमेल भी जीत का सूत्रधार बना। टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया इससे नए खिलाड़ियों को उनके खेल से काफी प्रेरणा मिलेगी।
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