घर में घुसकर मां-बेटे को मारी गोली, तीन से चार थे हमलावर
बहादुरगढ़ में खौफनाक वारदात को अंजाम दिया गया। घर में घुसकर मां और बेटे को गोली मार दी गई। मां की मौत हो गई। बेटा पीजीआई रेफर कर दिया गया।
हिसार/बहादुरगढ़, जेएनएन। गांव कानौंदा में शनिवार सुबह घर में घुसकर हमलावरों ने मां-बेेटे पर गोलियां चला दी। इसमें मां की मौत हो गई, जबकि बेटा जख्मी है। उसे रोहतक पीजीआइ रेफर किया गया है। हमलावरों की संख्या तीन-चार थी। अभी उनकी पहचान नहीं हो सकी है। घटना के कारणों काे लेकर पुलिस छानबीन में जुटी है।
सुबह करीब सवा छह बजे मंजीत (37) अपने घर के चौबारे में सो रहा था। जबकि उसकी मां ओमकौर (62) बाहर आग जला रही थी। इसी बीच तीन-चार युवक घर में घुसे। उन्होंने मंजीत को आवाज लगाई। इस पर उसकी मां ओमकौर ने पूछा तो हमलावर बोले मंजीत से मिलना है। मंजीत को उसकी मां ने बाहर आने के लिए कहा। मंजीत जैसे ही चारपाई से उठा तो हमलावर दरवाजे पर पहुंच गए। गेट में कूलर अड़ा हुआ था। इस पर हमलावरों ने बाहर से ही मंजीत पर गोली चला दी। वह उसकी पीठ में कंधे के पास लगी। यह देख मंजीत की मां हमलावरों पर टूट पड़ी, मगर हमलावरों ने उसे दो गोली मार दी। इससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं मंजीत अंदर गिर गया। इसके बाद हमलावर भाग निकले। घायल मंजीत को शहर के अस्पताल में लाया गया। यहां से उसे रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया गया।
कारणों का खुलासा नहीं
घटना के कुछ देर बाद ही पुलिस की कई टीमें गांव में पहुंच गई। डीएसपी अशोक दहिया व सदर थाना एसएचओ सूरजभान ने परिवार से जानकारी ली। घायल मंजीत के ब्यान पर केस दर्ज किया गया। उसने हमलावरों की पहचान और कारण का पता होने से इंकार किया है।
बेटे को मारने आए थे, मां ने खुद जान देकर बचाया
हमलावरों का निशाना मंजीत ही था। मगर उसकी मां ने अपनी जान देकर मंजीत को बचा लिया। वह बीच में न आती तो शायद बाकी गोलियां भी मंजीत पर ही चलनी थी। इधर, परिवार के साथ-साथ गांव का हर बाशिंदा इसको लेकर चुप्पी साधे हुए है।
छानबीन की जा रही है। कई टीमें जुटी हुई हैं। पीड़ित परिवार ने कोई रंजिश न होने की बात कही है।
-अशोक दहिया, डीएसपी, झज्जर