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दस्तावेजों में कम उम्र दिखाकर सेना में हुए भर्ती, वेरिफिकेशन में तीन फंसे

सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक द्वारा इन तीनों युवाओं के साथ ही फर्जी दस्तावेज तैयार करने में उनकी मदद करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया है

By manoj kumarEdited By: Published: Mon, 11 Mar 2019 01:47 PM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 02:40 PM (IST)
दस्तावेजों में कम उम्र दिखाकर सेना में हुए भर्ती, वेरिफिकेशन में तीन फंसे
दस्तावेजों में कम उम्र दिखाकर सेना में हुए भर्ती, वेरिफिकेशन में तीन फंसे

चरखी दादरी, जेएनएन। दादरी सेना भर्ती कार्यालय द्वारा अक्टूबर 2017 में आयोजित सेना भर्ती रैली में तीन युवाओं द्वारा फर्जीवाड़ा कर भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने का मामला सामने आया है। इन युवाओं द्वारा भर्ती रैली में अपना नाम, जन्मतिथि बदलकर तथा दूसरे युवाओं के दस्तावेज पेश कर फर्जीवाड़ा करने का प्रयास किया गया है।

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सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक द्वारा इन तीनों युवाओं के साथ ही फर्जी दस्तावेज तैयार करने में उनकी मदद करने वाले लोगों के खिलाफ दादरी सिटी पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया है। भर्ती कार्यालय निदेशक एकेएस पिल्लई द्वारा पुलिस में दी गई शिकायत में बताया गया कि अक्टूबर 2017 में सेना भर्ती रैली का आयोजन किया गया था।

इस भर्ती रैली में भिवानी जिले के गांव चांग निवासी नरेंद्र, गांव सेय निवासी दीपक कुमार तथा गांव पालुवास निवासी प्रदीप ने भी सोल्जर जनरल ड्यूटी के लिए भाग लिया था। भर्ती प्रक्रिया के दौरान इनके शारीरिक तथा लिखित परीक्षा के प्रदर्शन को देखते हुए सेना में भर्ती के लिए चुन लिया था। भर्ती के दौरान उक्त युवकों ने अपने शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज भी सेना भर्ती कार्यालय में जमा करवाए थे।

दस्तावेजों की जांच के दौरान इन युवाओं के द्वारा किया गया फर्जीवाड़ा सामने आ गया। गांव चांग निवासी नरेंद्र ने अपना नाम अमित बताते हुए पूरी भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। उसके द्वारा अमित नाम से ही सभी दस्तावेज जमा करवाए गए थे। इस फर्जीवाड़े का खुलासा उस समय हुआ जब भर्ती कार्यालय द्वारा फरवरी 2018 में नरेंद्र को आधार वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया। आधार वेरिफिकेशन के दौरान नरेंद्र ने अपना असली अमित को कार्यालय में भेज दिया।

यहां पर अधिकारियों को फोटो में थोड़ा अंतर मिलने पर थोड़ा संदेह हुआ तो अमित से गहनता से पूछताछ की गई। पूछताछ में अमित ने बताया कि गांव चांग निवासी नरेंद्र ने उसके दस्तावेज इस्तेमाल कर सेना में भर्ती होने का प्रयास किया था। इसी तरह से भिवानी के गांव सेय निवासी दीपक कुमार ने भी किसी अमित नामक युवक के फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर खुद को अमित बताकर सेना भर्ती रैली में हिस्सा लिया। लेकिन दस्तावेजों की जांच के दौरान सामने आया कि दीपक कुमार द्वारा आधार कार्ड, दसवीं कक्षा की मार्कशीट में कांट-छांट कर फर्जीवाड़ा किया है।

इनके अलावा भिवानी जिले के गांव पालुवास निवासी प्रदीप ने भी फर्जी दस्तावेज पेश कर अपनी उम्र को कम दिखाने का प्रयास किया। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि तीनों ही युवकों द्वारा भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपनी उम्र कम दिखाने का प्रयास किया गया है। पुलिस ने तीनों युवाओं के साथ ही फर्जीवाड़ा करने में उनका साथ देने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है।

कई मामले आ चुके सामने

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय के दौरान ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें युवा फर्जी दस्तावेजों  के सहारे अपनी उम्र कम दिखा कर भारतीय सेना में भर्ती होने का प्रयास करते है। लेकिन सेना भर्ती कार्यालय द्वारा भर्ती प्रक्रिया में बरती जाने वाली सतर्कता के चलते फर्जीवाड़ा करने वाले युवा अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाते है। साथ ही ऐसे युवा पुलिस की गिरफ्त में भी आ जाते हैं।


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