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आनलाइन बेचते थे एक्टिवेटिड सिम, फर्जी अकाउंट बना बैंक से लेते थे क्रेडिट कार्ड, कंपनियों को लगाते थे चपत

सिरसा पुलिस ने मामले में बीती 16 मई को गिरोह के सदस्य सुबाखेड़ा निवासी सुरेंद्र सिंह को कालांवाली से गिरफ्तार किया था। आरोपित के कब्जे से 105 एक्टिवेटिड सिम दो मोबाइल व ईको गाड़ी बरामद की थी। अब तीनों आरोपित दो दिन के रिमांड पर है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 09:49 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 09:49 PM (IST)
आनलाइन बेचते थे एक्टिवेटिड सिम, फर्जी अकाउंट बना बैंक से लेते थे क्रेडिट कार्ड, कंपनियों को लगाते थे चपत
एक्टिवेटिड सिम गिरोह के अब तक चार सदस्य पकड़े।

सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा पुलिस की सीआइए कालांवाली टीम को एक्टिवेटिड सिम बेचकर मोबाइल कंपनियों व ग्राहकों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के चार सदस्य हाथ लग चुके हैं। गिरोह के सदस्य पंजाब से एक्टिवेटिड मोबाइल सिम लेकर आते थे और उन्हें आनलाइन ही बेचते थे। वाट्सअप पर ग्राहकाें से आधार व पैनकार्ड मंगवाते और बाद में जाली अकाउंट तैयार कर ई बैंक से लोन लेते। इसके साथ ही जाली अकाउंट से क्रेडिट कार्ड लेकर आनलाइन खरीदारी करते और कंपनियों को मोटा चूना लगाते।

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गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पंजाब में दबिश दे रही है सीआइए कालांवाली पुलिस

यह खुलासा पकड़े गए तीनों आरोपितों से शुरूआती पूछताछ में हुआ है। पुलिस ने बीती 16 मई को गिरोह के सदस्य सुबाखेड़ा निवासी सुरेंद्र सिंह को कालांवाली से गिरफ्तार किया था। आरोपित के कब्जे से 105 एक्टिवेटिड सिम, दो मोबाइल व ईको गाड़ी बरामद की थी। इसके पश्चात आरोपित सुरेंद्र सिंह से पूछताछ के आधार पर गिरोह के तीन और सदस्यों ऋषिकांत निवासी वार्ड दो, आंबेडकर नगर मानसा, आशीष निवासी खालसा स्कूल रानियां गेट सिरसा व स्पर्श गोयल निवासी वार्ड नंबर 11 कालांवाली को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपित दो दिन के रिमांड पर है।

फर्जी अकाउंट तैयार कर क्रेडिट कार्ड बनवा लेते

मामले के जांच अधिकारी एसआइ संजय कुमार काजला ने बताया कि एक्टिवेटिड सिम बेचकर मोबाइल कंपनियों, आनलाइन सामान बेचने वाली कंपनियों तथा ग्राहकों को चूना लगाते हैं। फर्जी अकाउंट बनाकर क्रेडिट कार्ड लेते हैं और आनलाइन खरीदारी करते हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपितों ने बताया कि वे एक्टिवेटिड सिम को आनलाइन ही बेचते थे। ग्राहकों से पैन कार्ड व आधार कार्ड वाट्सअप पर मंगवाते थे। उसके बाद उनसे फर्जी अकाउंट तैयार कर क्रेडिट कार्ड बनवा लेते।

गिरोह के अन्य सदस्य भी हो सकते हैं बेनकाब

सीआइए कालांवाली के जांच अधिकारी एसआइ संजय कुमार ने बताया कि इस मामले से और भी लोगों के तार जुड़े हो सकते हैं। पकड़े गए तीनों आरोपित रिमांड पर है। उनके पूछताछ के आधार पर एक्टिवेटिड सिम बेचने वाले गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की धरपकड़ की जाएगी।


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