इस नेता ने पहले चुनावों में हुड्डा पिता-पुत्र को हराया था, अब सौ साल की उम्र में कोरोना को दी मात
हरियाणा के रोहतक जिले के एक राजनेता ने पहले पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पिता को चुनावों में हराया। अब सौ साल की आयु में उन्होंने कमाल किया है और कोरोना वायरस को मात दी है।
रोहतक, जेएनएन। अपने समय में राजनीति के दिग्गजों को मात देने वाले सौ वर्षीय पूर्व विधायक चौधरी हरिचंद हुड्डा ने एक बार फिर कमाल का जज्बा दिखाया है। उन्होंने राजनीति में हुड्डा पिता-पुत्र (पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पिता रणबीर सिंह हुड्डा) को चुनावी मैदान में हराया था। अब सौ साल की आयु में उन्होंने कोरोना वायरस हराया है और वह भी मात्र पांच दिनों में।
सिर्फ पांच दिनों में कोरोना से हुए ठीक, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर में पूरी तरह स्वस्थ
उनको अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और अब घर में पूरी तरह से स्वस्थ हैं। खास बात यह है कि उनके एडवोकेट पुत्र की कोरोना की दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव है और वह अस्पताल में उपचाराधीन है। सौ वर्ष की उम्र में कोरोना को मात पर हर कोई पूर्व विधायक की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को लेकर दाद दे रहे हैं।
मूल रूप से रोहतक जिला के रहने वाले हरिचंद हुड्डा की उम्र सौ वर्ष से अधिक हैं। वह किलोई विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पिता स्वतंत्रता सेनानी चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा को हराया था। हरिचंद हुड्डा किलोई विधानसभा क्षेत्र में कद्दावर नेता रहे हैं। उनका काेरोना टेस्ट करीब छह दिन पहले पॉजिटिव हो गए थे। परिवार के लोगों ने ज्यादा उम्र को देखते हुए उनको रोहतक के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
जांच के दौरान डॉक्टर रह गए हैरान
अस्पताल में चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य की जांच की तो भी हैरान रह गए। चिकित्सकों के मुताबिक उनके टेस्ट हुए तो खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा 17 ग्राम, बीपी 80/120, शुगर खाली पेट 70 और खाना खाने के बाद 90 मिली। पांच दिन बाद ही कोरोना का दूसरा टेस्ट कराया तो रिपोर्ट नगेटिव आई। चिकित्सकों ने उनको अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेज दिया। खास बात यह है कि अस्पताल में रहने के बावजूद उन्होंने घर से अपनी पंसद का खाना मंगवाकर खाया। किसी तरह का कोई परहेज उन्होंने अपने रूटीन खान-पान के साथ नहीं किया।
बेटा अभी तक अस्पताल में भर्ती
हरिचंद हुड्डा के 61 वर्षीय वरिष्ठ एडवोकेट रामनिवास हुड्डा भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उनको भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि रामनिवास हुड्डा अभी पॉजिटिव हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। हरिचंद हुड्डा को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद स्वजन भी खुश हैं।
जानें हरिचंद हुड्डा के बारे में
हरिचंद हुड्डा ने राजकीय महाविद्यालय से एमए की पढ़ाई पास की। इसके बाद सेना में भर्ती हो गए। वह बाद में सेना की नौकरी छोड़कर रेलवे में भर्ती हो गए। उन्होंने 1964 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। इसी दौरान वह किसानों को गन्ने का उचित दाम दिलाने के लिए आंदेालन में शामिल हुए और अनशन भी किया। इसके बाद वह राजनीति में सक्रिय हो गए। किलोई विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा को 1977 में हराया और इसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 1982 के चुनाव में हराया।
हरिचंद हुड्डा आपातकाल के दौरान जेल में भी रहे। चौधरी चरण सिंह ने उनको एक जनसभा में चुनावी खर्च के लिए 30 हजार रुपये दिए थे,जिनमें से उन्होंने तीन हजार रुपये रखकर बाकी वापस लौटा दिए थे। आपातकाल में जेल में बंद रहने के दौरान कई किताबें भी उन्होंने लिखी थी।
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