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coronavirus के लक्षण जांचने को भारत में ही तैयार होंगे थर्मल स्कैनर, साढ़े तीन हजार कीमत

दिल्ली टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन मैनेजमेंट विभाग में प्रो. राजीव कपूर और रिसर्च स्कॉलर राहुल ने इसे बनाया है। पहले थर्मल स्‍कैनर विदेश से आते थे

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 26 Mar 2020 04:25 PM (IST)Updated: Thu, 26 Mar 2020 04:25 PM (IST)
coronavirus के लक्षण जांचने को भारत में ही तैयार होंगे थर्मल स्कैनर, साढ़े तीन हजार कीमत
coronavirus के लक्षण जांचने को भारत में ही तैयार होंगे थर्मल स्कैनर, साढ़े तीन हजार कीमत

हिसार [सुभाष चंद्र] कोरोना से बचाव के लिए प्रयोग किया जाने वाला थर्मल स्कैनर अब देश में ही बनाया जाएगा। यहीं नहीं यह विदेशी कंपनियों के ब्रांड से आधी कीमत में उपलब्ध करवाया जाएगा। दिल्ली टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन मैनेजमेंट विभाग में प्रो. राजीव कपूर और रिसर्च स्कॉलर राहुल ने इसे बनाया है। इसे कोरोना के लक्षण जांचने में प्रयोग किया जा सकता है।

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चीन के वुहान से कोरोना वायरस के फैलने के बाद शुरुआत में देश-विदेश से आने वाले यात्रियों के शरीर का तापमान चेक करने के लिए इसका प्रयोग किया गया था, जिसे बाद में अस्पतालों में भी इस्तेमाल किया गया। थर्मल स्कैनिंग की डिमांड लगातार बढ़ रही है, जबकि यह चुनिंदा जगहों पर ही उपलब्ध है। देश में इसकी प्रोडक्शन शुरु होने से काफी कम कीमत में सभी लोग इसका उपयोग कर पाएंगे।

साढ़े तीन हजार रुपये में उपलब्ध करवाया जाएगा स्कैनर

प्रो. राजीव ने बताया कि 46 थर्मल स्कैनर को तैयार कर लिया गया है। इसका टेस्ट भी हो चुका है जो सफल रहा है। थर्मल स्कैनर को थ्री डी प्रिंटिंग से डिजाइन किया गया है। इसकी प्रोडक्शन शुरू करवाने की योजना है जिसके बाद यह सिर्फ एक हजार रुपये में उपलब्ध हो सकेगा। फिलहाल इसकी शुरुआती कीमत साढ़े तीन हजार रुपये रखी गई है। यह हमारे शरीर का तापमान चेक करता है और उसी समय डिस्प्ले पर दिखा देता है। जिससे मरीज के शरीर के तापमान की जानकारी मिल जाती है। तापमान चेक कर डॉक्टर कोरोना संबंधित लक्षणों का पता लगा सकते है।

थर्मल स्कैनर बनाने में हुआ इन चीजों का उपयोग

प्रो. राजीव ने बताया कि थर्मल स्कैनर बनाने में एक सप्ताह का समय लगा है। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की डिमांड पर यह तैयार किया गया है। थर्मल स्कैनर को बनाने में एक आरडिन्हो बोर्ड, दो इंफ्रारेड सेंसर और एक डिस्प्ले बोर्ड का प्रयोग किया गया है। इन तीनों को मिलाकर इसे तैयार किया गया है।

ऐसे होगा उपयोग

प्रो. राजीव ने बताया कि थर्मल स्कैनर से शरीर का तापमान जांचने के लिए इसकी लाइट माथे पर डाली जाती है जो वापस लौटकर आती है। जिससे स्कैनर में लगे डिस्प्ले बोर्ड पर शरीर का तापमान नजर आता है। प्रो. राजीव ने बताया कि इसके साथ-साथ वेंटीलेटर बनाने की भी तैयारी की जा रही है।

5 से 10 हजार रुपये के मिलते है विदेशों से आए थर्मल स्कैनर

एयरपोर्ट और अस्पतालों में कोरोना का चेकअप शुरु होने पर कई जगहों पर थर्मल स्कैनर का प्रयोग किया जा रहा है। हिसार में बार काउंसिल की ओर से भी इसका प्रयोग किया गया था। वहीं शहर के सिविल अस्पताल में बने फ्लू क्लीनिक में जांच के लिए आने वाले मरीजों के शरीर का तापमान थर्मल स्कैनर से ही जांचा जाता है। विदेशों से आए थर्मल स्कैनर की कीमत 5 से 10 हजार रुपये तक है।


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