Move to Jagran APP

रोहतक के टिटौली गांव में हुई थी 71 मौत, अब सीएम के गांव सहित 31 गांवों में होगा कोविड-19 सर्वे

सीएम मनोहरलाल के गांव सहित 31 ऐसे गांव चिन्हित किए हैं जहां पर यह सर्वे किया जाएगा। पांच फीसद से अधिक कोरोना संक्रमण वाले गांवों को इस सर्वे का दायरे में शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के लोंगों के लिए हरियाण विलेजर्स जनरल हेल्थ चेकअप स्कीम आरंभ की है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 09 Jun 2021 03:17 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 03:17 PM (IST)
रोहतक के टिटौली गांव में हुई थी 71 मौत, अब सीएम के गांव सहित 31 गांवों में होगा कोविड-19 सर्वे
हरियाणा में पांच फीसद से ज्‍यादा दर वाले गांवों में कोविड सर्वे किया जाएगा

रोहतक, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौरान कोरोना संक्रमण की अधिकता वाले गांवों में अब फिर से घर-घर स्वास्थ्य जांच होगी। जिला प्रशासन ने सीएम मनोहरलाल के गांव सहित 31 ऐसे गांव चिन्हित किए हैं, जहां पर यह सर्वे किया जाएगा। पांच फीसद से अधिक कोरोना संक्रमण वाले गांवों को इस सर्वे का दायरे में शामिल किया गया है। प्रदेश सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्र के लोंगों के स्वास्थ्य जांच के लिए हरियाण विलेजर्स जनरल हेल्थ चैकअप स्कीम आरंभ की गई है।

prime article banner

इस योजना के तहत प्रत्येक गांव के लिए दो टीमें गठित की गई। इन टीमों की तरफ से एक जून को जिला के ग्रामीण क्षेत्र में शामिल गांवों का सर्वे पूरा किया जा चुका है। प्रदेश सरकार के आदेशानुसार ऐसे गांवों में घर-घर दोबारा सर्वे करवाया जाएगा। इसमें टेस्ट की संक्रमण दर पांच प्रतिशत से ज्यादा पाई गई है। उपायुक्त ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें यहां फिर से पहुंचकर घर-घर जाकर सर्वे करवाया जाएगा।

इन गांवों में होगा फिर से सर्वे

इन गांवों में कलानौर खंड के 11 गांव गुढ़ान, पिलाना, कटेसरा, सांगाहेडा, निगाना, बनियानी, आंवल, पटवापुर, जिंदराण कलां, माडौधी एवं गढ़ी बल्ब शामिल है। रोहतक खंड के नौ गांव बालंद, किलोई, भालौठ, सांघी, खिड़वाली, हुमायूंपुर, बखेता, बहुअकबरपुर व जिंदराण शामिल है। लाखनमाजरा खंड के दो गांव टिटौली एवं सिसरौली शामिल है। सांपला खंड के नौ गांव मोर खेड़ी, भैसरू कलां, भैसरू खुर्द, इस्माइला, कुलताना, अटायल, गांधरा, दतौड़ एवं नयाबांस शामिल है।

टिटौली गांव में हुई थी 71 मौत

दूसरी लहर के दौरान टिटौली गांव में काफी मौतें हुई थी। दो माह के दौरान गांव में 71 मौत हुई थी। बड़ी संख्या में मौत होने के बाद जिला प्रशासन ने गांव को काफी बार सैनिटाइज करवाया। हालात बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने काफी दिन तक गांव में ही डेरा डाल दिया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.