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बाहर घूमने जाने की नहीं जरुरत, ठंड के साथ हरियाणा के शहरों की आबोहवा भी हुई स्‍वच्‍छ

हरियाणा के कई जिलों में प्रदूषण के कई रिकार्डों को तोड़ा था। मगर अब दिसंबर माह में दिन के समय भी लोगों को स्वच्छ हवा मिल रही है। अंदाजा आप इसी बात से समझ सकते हैं कि हिसार फतेहाबाद कैथल करनाल और सिरसा में सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 02:48 PM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 02:48 PM (IST)
बाहर घूमने जाने की नहीं जरुरत, ठंड के साथ हरियाणा के शहरों की आबोहवा  भी हुई स्‍वच्‍छ
मौसम में नमी होने के कारण प्रदूषण अपना प्रभाव नहीं दिखा पा रहा

हिसार, जेएनएन। अगर आप सर्दियों में कहीं बाहर घूमने जाने के लिए प्‍लान कर रहे हैं तो जान लीजिए अब हरियाणा में भी पर्यावरण साफ हो रहा है। ठंड भी चरम पर है। बता दें कि हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, यह तीनों जिले अक्सर प्रदूषण को लेकर कई बार काफी आगे निकल जाते हैं। यहां लोगों हर साल स्मॉग जैसे हालातों को भी झेलते हैं। अभी हाल ही में वायु प्रदूषण ने इन जिलों में प्रदूषण के कई रिकार्डों को तोड़ा था। मगर अब दिसंबर माह में दिन के समय भी लोगों को स्वच्छ हवा मिल रही है।

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मौसम में नमी होने के कारण प्रदूषण अपना प्रभाव नहीं दिखा पा रहा है। इसका अंदाजा आप इसी बात से समझ सकते हैं कि पिछले कुछ दिनों से वायु की गुणवत्ता काफी अच्छी चल रही है। जिसमें हिसार, फतेहाबाद, कैथल, करनाल और सिरसा में सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता है। सबसे कम करनाल में 66 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया। वहीं हिसार में 100 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर वायु गुणवत्ता रही।

यह है प्रदेश में एयर क्वालिटी इंडेक्स

अंबाला- 126

बहादुरगढ़- 210

बल्लभगढ़- 136

फरीदाबाद- 234

फतेहाबाद- 72

गुरुग्राम-193

हिसार- 100

जींद- 132

कैथल- 79

करनाल- 66

कुरुक्षेत्र- 123

मानेसर- 164

पानीपत- 181

सिरसा- 82

नोट- प्रदूषण माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर में है।

मौसम का यह है हाल

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि राज्य में 16 दिसंबर तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है, मगर 15 व 16 दिसंबर को कहीं कहीं हल्के बादल भी संभावित हैं। इसके साथ ही उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलने से रात के तापमान में और भी गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसके साथ ही अल सुबह व रात्रि के समय धुंध भी बढ़ेगी। धुंध आने का मुख्य कारण पिछले दिनों पहाड़ों पर हुई बर्फवारी व मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश है।


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