बंद कमरे में लगा डीसी का खुला दरबार, 60 मिनट में निपटाई 46 शिकायतें, ये बोले ग्रामीण
ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाया कि जो शिकायतें दी थी उनमें प्रत्येक शिकायत को सुनने, अधिकारी से बात करने और उपायुक्त द्वारा किए जाने वाले समाधान के हिस्से में महज एक मिनट ही आया। उपायुक्त के आने का समय शाम सात बजे था जबकि वो आठ बजे आए।
जेएनएन, हिसार : उपायुक्त अशोक कुमार मीणा का खुला दरबार गांव भिवानी रोहिल्ला में शुक्रवार देर शाम को बंद कमरे में लगाया गया। एक घंटे में 46 शिकायतें सुनी भी गई और निपटारे के लिए उपाय भी सुझाए गए। बंद कमरे में लगाए गए डीसी दरबार से अंदर बेहद घुटन भरा माहौल बन गया। वहीं भीड़ ज्यादा होने के चलते ग्रामीणों को बाहर ही रुकने के लिए कहा गया। ऐसे में ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की। ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाया कि जो शिकायतें दी थी उनमें प्रत्येक शिकायत को सुनने, अधिकारी से बात करने और उपायुक्त द्वारा किए जाने वाले समाधान के हिस्से में महज एक मिनट ही आया। उपायुक्त के आने का समय शाम सात बजे था जबकि वो आठ बजे आए। नौ बजे तक चलने वाले खुले दरबार में उनके अभिवादन और अन्य प्रक्रिया में पंद्रह मिनट खर्च हो गए। ऐसे में 46 शिकायतों को सुनने के लिए महज 45 मिनट का समय ही दिया। वहीं जो शिकायतें आई उनके लिए डीसी ने कुछ समस्याओं का तुरंत प्रभाव से निवारण भी किया।
उन्होंने कहा गांव भिवानी रोहिल्ला में खेल स्टेडियम व व्यायामशाला बनवाई जाएगी। इसके लिए उन्होंने पंचायत विभाग के एसडीओ को प्रस्ताव तैयार करवाने के निर्देश दिए।
सरपंच आशा रानी द्वारा रखी गई मांग पर उपायुक्त ने कहा कि पंचायत चार एकड़ जमीन पर खेल स्टेडियम बनवाने का प्रस्ताव पास करे, गांव में युवाओं के लिए खेल स्टेडियम, व्यायामशाला व योगशाला
बनवाई जाएगी। कुछ ग्रामीणों ने शिकायत रखी कि गांव के कुछ हिस्सों में पिछले छह माह से पीने का पानी नहीं पहुंच रहा। इस पर उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य विभाग के जेई से जवाब तलब किया। उपायुक्त ने विभाग के एक्सईएन को निर्देश दिए कि वे गांव के उस हिस्से में पेयजल आपूर्ति की लाइन डलवाएं जहां पानी नहीं पहुंच रहा है। इसके लिए उन्होंने अगले दो माह के भीतर नई पाइप लाइन डलवाने के निर्देश दिए। गांव में तैयार होगा फाइव पोंड सिस्टम:
गांव के कुछ लोगों ने जोहड़ के गंदे पानी को बदलवाने की मांग रखी जिस पर उपायुक्त ने कहा कि तालाब के पानी को साफ रखने के लिए यहां फाइव पोंड सिस्टम तैयार करवाया जाएगा। इसके माध्यम से जोहड़ के गंदे पानी की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। बालसमंद उप-तहसील में बिजली कमी की शिकायत पर सुनवाई करते हुए उपायुक्त ने तहसीलदार को निर्देश दिए कि वे उप-तहसील में जनरेटर की व्यवस्था करवाएं ताकि सेवाओं के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े।
गली में कूड़ा डालने वालों पर होगी कार्रवाई:
गांव के कुछ लोगों ने शिकायत की लोग अक्सर गलियों में कूड़ा डाल देते हैं, इसलिए सफाई कर्मचारी उपलब्ध करवाए जाएं। उपायुक्त ने कहा कि जब सफाई कर्मचारी नियुक्त करने का प्रावधान नहीं होता था तब भी ग्रामीण मिलकर गांव की गलियों को साफ रखते थे। हमें उस भावना को अब भी ¨जदा रखना चाहिए और अपने आसपास खुद सफाई रखनी चाहिए। उन्होंने सरपंच आशा रानी को कहा कि वे पंचायत की बैठक में प्रस्ताव रखें और मुनादी करवाएं कि यदि कोई व्यक्ति गली में कूड़ा डालता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कच्ची छतों वाले मकान होंगे पक्के
गांव के चार परिवारों ने मांग रखी कि उनके मकान पक्के करवाए जाएं। उपायुक्त ने कहा कि सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना व प्रियदर्शिनी आवास योजना के तहत उन मकानों को पक्का बनवाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है जिनके घरों की छतें क'ची हैं। उन्होंने चारों आवेदन बीडीपीओ को देते हुए इनकी वेरिफिकेशन करवाने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने आंगनवाड़ी केंद्र में पानी की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए।
कल से गांव में रुकेंगी बसें
कुछ ग्रामीणों ने मांग रखी कि गांव के बस अड्डे पर बस नहीं रुकती है। उपायुक्त ने रोडवेज विभाग के ट्रेफिक इंचार्ज से स्थिति की जानकारी ली। ट्रेफिक इंचार्ज ने बताया कि इस रूट पर चलने वाली बसों को यहां रुकने के निर्देश दे रखे हैं। उपायुक्त ने कहा कि गांव में एक इंस्पेक्टर को तैनात किया जाए जो यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां से गुजरने वाली सभी बसें गांव के अड्डे पर रुकें। उन्होंने कहा कि कल से हर हाल में गांव में बसें रुकनी चाहिए।
राशन कार्ड के लिए सोमवार को लगेगा शिविर
गांव के कुछ लोगों ने राशन कार्ड बनवाने की मांग रखी जिस पर उपायुक्त ने डीएफएससी को निर्देश दिए कि वे सोमवार को शिविर लगवाकर लोगों के राशन कार्ड बनवाएं। इनके अलावा खेत के खाल को पक्का करवाने, बिजली की लाइन हटवाने, स्ट्रिट लाइटों के बिलों की व्यवस्था करवाने, गांव में ठीकरी पहरा लगवाने सबंधी शिकायतें भी रखी गईं जिनके संबंध में उपायुक्त ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त ने पीछे बैठी महिला सरपंच को आगे बैठाया:
खुले दरबार के दौरान उपायुक्त को पता चला कि सरपंच आशा रानी पीछे बैठी हैं और उनकी तरफ से सरपंच प्रतिनिधि आगे बैठे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि यदि महिला को प्रतिनिधि चुना है तो उन्हें कार्यक्रमों में खुलकर भागीदारी करने का मौका
मिलना चाहिए। उपायुक्त ने महिला सरपंच को आगे बुलाकर बैठाया और गांव से संबंधित मुद्दों पर उनकी राय ली। पंचायत समिति के चेयरमैन हंसराज बेनीवाल ने पगड़ी पहनाकर उपायुक्त का स्वागत किया तथा गांव में खुला दरबार लगाने और लोगों की समस्याएं दूर करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। सरपंच आशा रानी ने गांव की प्रमुख मांगों से उपायुक्त को अवगत करवाया। ये भी रहे मौजूद:
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक
मनीषा चौधरी, अतिरिक्त उपायुक्त अमरजीत ¨सह मान, एसडीएम परमजीत ¨सह, जिला परिषद के सीईओ विकास यादव, भाजपा के जिला महामंत्री
सुजीत कुमार, डीडीपीओ अर्श्वीर ¨सह, जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक डा. साहिब गोदारा, डीएसडब्ल्यूओ डा. डीएस सैनी, सरपंच प्रतिनिधि चांदीराम,
बिजली वितरण निगम के एक्सईएन बिजेंद्र लांबा, डीईओ बलजीत ¨सह, डीआईपीआरओ पारू लता, डीएचओ डा. सुरेंद्र सिहाग, डिप्टी सीएमओ डा. रत्ना भारती, एलडीएम बीके धींगड़ा, डीपीएम ¨पकी यादव, एसडीओ पेशल कुमार, अनिल गोदारा, संदीप गंगवा सहित अन्य विभागों के उच्चाधिकारी, गणमान्य व्यक्ति व बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद थे।