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दोस्त के मकान का कर्ज उतारने को रची थी लूट की झूठी कहानी

मनप्रीत सिंह हांसी अपने अजीज दोस्त का कर्ज उतारने के लिए ही गौरव ने लूट की झूठी वारदात

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 01:43 AM (IST)Updated: Mon, 18 Nov 2019 06:16 AM (IST)
दोस्त के मकान का कर्ज उतारने को रची थी लूट की झूठी कहानी
दोस्त के मकान का कर्ज उतारने को रची थी लूट की झूठी कहानी

मनप्रीत सिंह, हांसी : अपने अजीज दोस्त का कर्ज उतारने के लिए ही गौरव ने लूट की झूठी वारदात की कहानी रचकर आभूषण व्यापारी के 49.50 लाख रुपये की राशी हड़पने के लिए पूरा ड्रामा रचा था। दोनों गहरे दोस्त थे और हर रोज घर जाते ही गौरव व दुष्यंत गली में बैठकर हुक्का गुड़गुड़ाते थे। प्लान को कामयाब करने के लिए दुष्यंत पंचकूला से अपने परिचित की गाड़ी लेकर आया था। दोनों दोस्त की कहानी को हांसी जिला पुलिस ने फ्लॉप कर दिया व दोनों दोस्त अब दो दिनों की पुलिस रिमांड पर हैं।

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गौरतलब है कि गुरुवार रात को हिसार के ज्वेलर को आभूषणों की डिलीवरी देकर 49.50 लाख रुपये लेकर निकले ज्वेलर्स के कर्मचारी गौरव ने लूट की झूठी वारदात रची थी। पुलिस रिमांड में गौरव ने फिर से अपने बयान बदलते हुए कहा कि अपने दोस्त दुष्यंत का कर्जा उतारने के लिए ही उन्होंने ये लूट की योजना बनाई थी। दरअसल, दुष्यंत ने पिछले दिनों एक घरौंड़ा में एक मकान खरीदा था जिसकी एवज में उसे 13 लाख रुपये देने थे। दोनों दोस्तों ने प्लान बनाया कि कर्जा उतारने के बाद जो राशि बचेगी वह गौरव के हिस्से आएगी। रिमांड के दौरान पुलिस दोनों आरोपितों से बाकी 13 लाख रुपये बरामद करेगी। इसके अलावा वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल की गई गाड़ी को पुलिस बरामद करेगी। गाड़ी

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पैसों के साथ दुष्यंत को पीरागढ़ी में मिला था गौरव

बीते गुरुवार गौरव हिसार से 49.50 लाख रुपये लेकर दिल्ली के लिए चला था। पूर्व निर्धारित प्लान के अनुसार दुष्यंत पहले से पीरागढ़ी में मौजूद था। गौरव ने राशि दुष्यंत के हवाले कर दी व दोनों भिवानी होते हुए हांसी पहुंचे। यहां से दुष्यंत लूट के पैसे लेकर घरौंड़ा रवाना हो गया व गौैरव ने पुलिस के सामने पैसे लूटने की झूठी कहानी रच दी।

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इस मामले में डकैती की धाराओं को हटाकर धोखाधड़ी व अन्य धाराएं जोड़ दी गई हैं। दोनों युवकों से 36.50 लाख बरामद हो चुके हैं व बाकी राशि की बरामदगी रिमांड के दौरान की जाएगी।

- रामनिवास, इंचार्ज, किला बाजार पुलिस चौकी।


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