जिस महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ शिकायत, उसी को सौंप दी मामले की जांच
जागरण संवाददाता, हिसार : युवती से छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने अपनी जान बचाने के लिए बेश्
जागरण संवाददाता, हिसार : युवती से छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने अपनी जान बचाने के लिए बेशक आठ दिन बाद मामला दर्ज कर दिया हो, लेकिन एक बार फिर उनकी कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। समझौते का दबाव बनाने और गवाह का नाम आरोपित को बताने के जिस पुलिस कर्मचारी पर युवती ने आरोप लगाए, अब उसको ही जांच अधिकारी बना दिया गया। युवती की ओर से परिवार के लोगों ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी है। परिवार के लोग उच्च अधिकारी से इस मामले में जांच की मांग कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार सिविल लाइन थाना क्षेत्र की एक युवती ने आठ दिन पहले छेड़छाड़ की शिकायत देने के बावजूद मामला दर्ज नहीं करने और समझौते का दबाव बनाने पर युवती ने सोमवार शाम को आत्महत्या का प्रयास किया था। युवती की बहन व ममेरे भाइयों ने उसको बचा लिया था और उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया था। युवती के आत्महत्या का प्रयास का पता चलते ही सिविल लाइन थाने ने युवती की शिकायत पर छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया था। वहीं दूसरे पक्ष की तरफ से दी गई शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया था।
दूसरे पक्ष की शिकायत पर मामला दर्ज होने के बाद मंगलवार को युवती के परिवार के सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। शिकायत में कहा गया कि युवती की तरफ से शिकायत देने के बावजूद उस पर समझौते का दबाव बनाया गया। उसने गवाह का नाम भी लीक करने और उसको धमकी मिलने की शिकायत थाने में दी, लेकिन उसके बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। अब पुलिस की तरफ से गलत मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज करने के बावजूद जिनसे वह जांच नहीं चाहते उनको ही जांच अधिकारी बनाया गया है। इस मामले की जांच उच्च अधिकारी से करवाने की युवती व उसके परिवार ने मांग की।