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छेड़छाड़ में आठ दिन तक दर्ज नहीं हुआ केस, आहत युवती ने फंदे पर लटकने का प्रयास किया तो पुलिस ने ढाई घंटे में कर लिया केस दर्ज

जागरण संवाददाता, हिसार : महिला थाने में दुष्कर्म की शिकायत आने के बाद समझौता या दबाव बनाक

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 10:00 AM (IST)
छेड़छाड़ में आठ दिन तक दर्ज नहीं हुआ केस, आहत युवती ने फंदे पर लटकने का प्रयास किया तो पुलिस ने ढाई घंटे में कर लिया केस दर्ज
छेड़छाड़ में आठ दिन तक दर्ज नहीं हुआ केस, आहत युवती ने फंदे पर लटकने का प्रयास किया तो पुलिस ने ढाई घंटे में कर लिया केस दर्ज

जागरण संवाददाता, हिसार : महिला थाने में दुष्कर्म की शिकायत आने के बाद समझौता या दबाव बनाकर पैसा ऐंठने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब सिविल लाइन थाना क्षेत्र में छेड़छाड़ व दुष्कर्म का प्रयास करने वालों पर कार्रवाई नहीं होने से आहत युवती ने घर पर फंदे पर लटक कर जाने देने का प्रयास किया। सोमवार शाम को हुई घटना में युवती की बहन व ममेरे भाइयों ने उसको किसी तरह बचाया और सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। आत्महत्या के प्रयास और पुलिस पर लग रहे आरोपों का पता चलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने दोनों पक्षों में छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया। युवती पुलिस कर्मचारियों द्वारा समझौते का दबाव बनाने और मामला दर्ज नहीं करने से परेशान थी। आठ दिन पहले उसने बयान दे दिए थे, लेकिन पुलिस की ओर से कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। अस्पताल में दाखिल युवती की हालत गंभीर है।

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जानकारी के अनुसार युवती के पड़ोस में आठ दिन पहले रविवार को झगड़ा हो गया था। उस मामले में वह अपने भाई को देखने उस तरफ गई थी तो पड़ोस के व्यक्ति ने उसका हाथ पकड़ कर उसे घर में खींच लिया। उसके साथ मारपीट की और छेड़छाड़ शुरू कर दी। युवती के साथ दुष्कर्म करने का भी प्रयास भी गया। उस समय उसके लड़के भी वहां मौजूद थे। युवती ने शोर मचाया तो परिवार व आसपास के लोग वहां पहुंच गए और वह किसी तरह बचकर वहां से चली गई। सिर में चोट होने के कारण उसे सिविल अस्पताल दाखिल करवाया और उसे बाद में अग्रोहा रेफर कर दिया गया है। बताया गया है कि सिविल लाइन थाने से हेड कांस्टेबल प्रोमिला व सुभाष नामक पुलिस कर्मचारी ने बयान दर्ज किए थे। आरोप है कि बयान दर्ज होने के बावजूद कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। आरोप है कि युवती व उसके परिवार के सदस्यों को पुलिस सिविल लाइन थाने बुलाकर समझौते का दबाव बना रही थी। पुलिस को युवती की तरफ से समझौता नहीं करने की बात भी कह दी गई थी, लेकिन उक्त पुलिस कर्मचारियों ने फिर भी मामला दर्ज नहीं किया था।

सोमवार को पार्षद ने भी युवती को समझाने का प्रयास किया। इसके बाद वह शाम को करीब साढ़े छह बजे घर पर आई और अपने कमरे में अंदर से गेट बंद कर लिया। उसकी बहन ने गेट खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। वह दौड़कर पड़ोस में अपने परिचितों के पास गई और उनको बुलाया। ममेरे भाइयों ने कमरे में लगे कूलर को हटाया और उससे अंदर झांका तो युवती ने फांसी लगाई हुई थी। वह तेजी से खिड़की से अंदर घुसे और युवती को पकड़ लिया। अन्य परिजनों ने फांसी लगाने वाले कपड़े को काटा और उसे नीचे उतारा। फिर उसे गाड़ी में डालकर सिविल अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। बॉक्स :::

पुलिस पर गवाह का नाम लीक करने का आरोप

युवती के बयान होने के बाद वारदात के चश्मदीद गवाह का नाम भी पुलिस द्वारा लीक करने के आरोप लगे थे। इस पर युवती ने सिविल लाइन थाना एसएचओ को शिकायत भी दी थी। उसमें युवती ने स्पष्ट रूप से लिखा था कि पुलिस ने बयान की कॉपी नहीं दी और न ही मामला दर्ज किया। साथ ही जो गवाह का नाम उसने दिया था उसको लीक कर दिया। बाद में आरोपितों ने उस गवाह को धमकाया और उसके परिवार को जान से मारने तक की धमकी दे दी थी। युवती ने शिकायत में परिवार को नुकसान होने की बात भी लिखी थी। बॉक्स :::

दो पार्टियों के बीच 13 मई को झगड़ा हुआ था। उसकी शिकायत आई थी। रपट दर्ज कर ली गई थी। 20 मई को दोनों पक्ष लिखित में समय लेकर गए थे। मगर सोमवार को युवती की मां ने कार्रवाई करने को कहा। अब पुलिस ने दोनों शिकायतों पर केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस की तरफ से समझौते का कोई भी दबाव युवती पर नहीं बनाया गया था।

- मनोज कुमार, एसएचओ, सिविल लाइन थाना प्रभारी।

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यह मामला मेरा संज्ञान में है। मैं उच्च अधिकारियों से मामले की जांच करवाऊंगी। इस मामले में किसी की कोताही सामने आई तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- मनीषा चौधरी, एसपी, हिसार।


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