नाभा जेल ब्रेक : पुलिस को चकमा देने को कार पर लगाया था बाइक का नंबर प्लेट
पंजाब की नाभा जेल पर हमला कर आतंकियों को भगाने के लिए इस्तेमाल की गई फाच्यूर्नर कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाया गया था। यह नंबर हिसार के एक व्यक्ति की बाइक का निकला।
जेएनएन, हिसार। पंजाब की नाभा जेल पर हमला कर छह आतंकवादियों को छुड़ाने में इस्तेमाल की गई कार पर हिसार के एक व्यक्ति की बाइक का नंबर लगाया गया था। आतंकियों को भगाने में शामिल एक युवक को उत्तर प्रदेश के कैराना क्षेत्र में पकड़ गया और इसके साथ ही वह कार भी बरामद हुई तो उस पर हिसार का नंबर हाेने का पता चला तो हहकंप मच गया।
हमलावरों ने आतंकियों को छ़ुड़ाने में इस्तेमाल फाच्यूर्नर कार पर हिसार के वाहन की फर्जी नंबर प्लेट पुलिस को गुमराह करने के लिए लगाई थी। हुआ यह कि खलिस्तान लिब्रेशन फाेर्स के मुखिया सहित छह आतंकियों व गैंगस्टरों काे भगाने में मदद करने वाले एक युवक परमिंदर को उत्तर प्रदेश के कैराना क्षेत्र के शामली में पकड़ा गया। इसके साथ ही वह फाच्यूर्नर कार भी बरामद हुई जिसमें आतंकियों को भगाया गया था।
पढ़ें : पंजाब जेल ब्रेक : छह आतंकी फरार, एक हमलावर यूपी से गिरफ्तार
इस कार में हथियार भी थे। इसके बाद जांच में पता चला कि कार पर जो नंबर लगा है वह हरियाणा के हिसार का है। इस बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिसार पुलिस को सूचना दी। इससे यहां पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया। इसके बाद जांच में पता चला कि यह नंबर एक बाइक की है।
पढ़ें : जेल ब्रेक कांड : एक भाई कारगिल में शहीद, दूसरा बन गया गैंगस्टर
शुरू में बताया गया कि यह बाइक चोरी हो चुकी है लेकिन बाद में सदर थाने की पुलिस पहुंचे तो बाइक के मालिक के घर पहुंची। बाइक सातरोड निवासी राजेश के नाम पंजीकृत है लेकिन उसने यह बाइक अपने छोटे भाई आजाद नगर वासी संदीप को दे रखी है।
इसके बाद पुलिस टीम आजाद नगर में संदीप के घर पहुंची तो उसने कहा कि बाइक तो घर में खड़ी है। इसके बाद पुलिस के शीर्ष अधिकारियों को बताया गया कि फारच्यूनर पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई हुई थी। राजेश ने करीब दो साल पहले यह बाइक खरीदी थी। सदर थाने के प्रभारी जगबीर सिंह ने बताया कि आतंकियों ने फर्जी नंबर प्लेट लगाकर गुमराह करने की कोशिश की ताकि पुलिस का ध्यान हिसार की ओर चला जाए और आतंकियों काे भागने में मदद मिल जाए।