मूंगफली के लड्डू और सोयाबीन से दूध व पनीर बनाना सिखाया
अधिकतर आबादी शाकाहारी होने के कारण उनके भोजन में प्रोटीन का स्त्रोत अनाज व दलहन ही है। ऐसे में प्रोटीन व वसा का स्त्रोत सोयाबीन का उपयोग कम मूल्य में संतुलित आहार प्रदान करने की क्षमता रखता है। डा. वर्षा ने प्रतिभागियों को मूंगफली की चटनी मूंगफली गुड़ की पट्टी मूंगफली चाट इसके चावल व पुलाव और मूंगफली के लड्डू बनाने सिखाए।
जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय सोयाबीन व मूंगफली के मूल्य संवर्धन उत्पादन विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ। प्रशिक्षण का आयोजन विस्तार शिक्षा निदेशक डा. आरएस हुड्डा के मार्गदर्शन व देखरेख में किया गया। समापन अवसर पर संस्थान के सह निदेशक(प्रशिक्षण) डा. अशोक गोदारा ने कहा कि भारत की 40 फीसद जनसंख्या विशेषकर महिलाएं एवं बच्चे कुपोषण से ग्रसित हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकतर आबादी शाकाहारी होने के कारण उनके भोजन में प्रोटीन का स्त्रोत अनाज व दलहन ही है। ऐसे में प्रोटीन व वसा का स्त्रोत सोयाबीन का उपयोग कम मूल्य में संतुलित आहार प्रदान करने की क्षमता रखता है। डा. वर्षा ने प्रतिभागियों को मूंगफली की चटनी, मूंगफली गुड़ की पट्टी, मूंगफली चाट, इसके चावल व पुलाव और मूंगफली के लड्डू बनाने सिखाए। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सोयाबीन व मूंगफली से विभिन्न उत्पादन बनाने के बारे में ऑनलाइन माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
लघु उद्योग चलाने वाले रवि जांगड़ा ने प्रशिक्षणार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से सोयाबीन से दूध व पनीर को मशीनों द्वारा तैयार करना सिखाया। इसके अलावा सोया आटा, सोया चाप, सोया कटलट व कवाब, सेब व स्टीक्स, सब्जी व पुलाव, सोया सत्तू व सोयानट्स बनाने की सरल विधियों से अवगत कराया।
प्रशिक्षणार्थियों ने उत्पाद बनाकर वीडियो की अपलोड
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को ऑनलाइन माध्यम से सिखाई गई विधियों से घर पर ही सोया दूध व पनीर तैयार करने का असाइनमेंट दिया गया। प्रतिभागियों ने घर पर ही इन उत्पादों को तैयार कर उनकी वीडियो व फोटो को शेयर किया। इस दौरान नीरज यादव, संदीप, संजय व प्रदीप द्वारा तैयार किए गए सोया दूध व पनीर को सर्वोत्तम पाया गया। दूसरे दिन सोया युक्त सोया टोफू तैयार करने का असाइनमेंट दिया गया। इसके अलावा डा. डीके शर्मा व रवि जांगड़ा ने समूह चर्चा करके मूंगफली व सोयाबीन के उत्पादों की मार्केटिग को समझाने का प्रयास किया। इस प्रशिक्षण में डा. सुरेंद्र सिंह, डा. पवित्रा कुमारी, डा. देवेंद्र सिंह, डा. संदीप भाकर आदि ने ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया।