दो दिनों से नहीं हुए सूर्य देव के दर्शन, ठंड से बचाव में अलाव बने सहारा
पिछले दिनों हुई बरसात के बाद कई इलाकों में गेहूं की फसल में अभी भी पानी जमा है। पहले से ही वहां पर देरी से बिजाई हो पाई थी और भूमि में नमी थी। ऐसे में अब बरसात का पानी खेतों में भरा हुआ है। इससे किसान चिंतित है।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। बहादुरगढ़ में मौसम ने अब अंगड़ाई ले ली है। ऐसे में ठंड बढ़ गई है। दो दिनों से सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। शुक्रवार काे भी सुबह घना कोहरा छाया रहा। दोपहर तक कुछ हल्का पड़ा, लेकिन शाम होते ही फिर बढ़ गया। दिन भर में सूर्यदेव नजर नहीं आए। न्यूनतम तापमान इस दिन सात डिग्री दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम 16 डिग्री रहा। उधर, बाजारों में ठंड का असर देखने को मिला। जगह-जगह अलाव जल रहे थे। आटो व्यवसाय से जुड़ी दुकानों के बाहर तो अधिकतर मैकेनिक अलाव का सहारा लेते दिखे। काम के दौरान हाथ ठंड से ठिठुर रहे थे तो उन्हें सेंकने के लिए अलाव जलाए गए थे। मकर संक्रांति का पर्व होने के कारण बाजारों में लोग खरीददारी के लिए तो आए। मूंगफली और रेवड़ी की खरीद की गई। हालांकि ज्यादा लोग बाजारों में नही थे। जो निकले थे, वे भी गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। बाकी घरों में ही दुबके रहे।
फसलों में जहां पर जलभराव, वहां पर चिंता
पिछले दिनों हुई बरसात के बाद कई इलाकों में गेहूं की फसल में अभी भी पानी जमा है। पहले से ही वहां पर देरी से बिजाई हो पाई थी और भूमि में नमी थी। ऐसे में वहां पर अब बरसात का पानी खेतों में भरा हुआ है। इससे किसान चिंतित है। ऊपर से अब दो दिनों से धूप नहीं निकल रही है। कोहरा बरस रहा है। इससे चिंता यह है कि जहां पर गेहूं की फसल में ज्यादा समय तक पानी जमा रहता है तो वहां फसल खराब हो सकती है।
इधर... सिरसा शीतलहर चलने से बढ़ रहा ठंड का असर, पारा पहुंचा 5.4 डिग्री
सिरसा में पिछले चार दिनों से ठंड का असर बढ़ रहा है। शीतलहर चलने से दिन के समय में सूर्य निकलने के बाद भी राहत नहीं मिल रही है। ठंड ने लोगों की दिनचर्या को भी बदल दिया है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव व गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं।
शुक्रवार को दिन के समय 2.2 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। इसी के साथ आर्द्रता भी 91 प्रतिशत रही। शनिवार को अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री व न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री रहा। जबकि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री व न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री रहा। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. मदनलाल खिचड़ ने बताया कि 16 जनवरी को कहीं कहीं हल्की मध्यम गति से उत्तर पश्चिमी शीत हवाएं चलने की भी संभावना है। इसके बाद 17 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवा में बदलाव उत्तर पश्चिमी से दक्षिण पूर्व व पूर्वी हो जाने से ज्यादात्तर क्षेत्रों में 19 जनवरी के दौरान आंशिक बादलवाई छाने की संभावना है।