छात्र को पीटने के मामले में स्कूल को ताला जड़ सड़क पर उतरे परिजन और छात्र-छात्राएं
गैबीपुर गाव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के 12 वीं कक्षा के एक छात्र को अगवा कर खेतों में ले जाकर उसे बंधक बनाकर मारपीट करने उसे अधमरा कर के स्कूल के बाहर फेंककर जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
जेएनएन, बरवाला, हिसार : गैबीपुर गाव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के 12 वीं कक्षा के एक छात्र को अगवा कर खेतों में ले जाकर उसे बंधक बनाकर मारपीट करने उसे अधमरा कर के स्कूल के बाहर फेंककर जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोपित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की माग को लेकर पीड़ित विद्यार्थी के परिजनों और स्कूल के विद्यार्थियों ने बृहस्पतिवार को स्कूल पर ताला जड़ कर धरना दिया और नारेबाजी कर रोष जताया। प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों में पीड़ित छात्र के माता-पिता परिजन के अलावा छात्र और छात्राएं भी शामिल रहे उनका आरोप था कि उनके स्कूल में 12 वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र को जबरन गाड़ी में डालकर ले गए और उसे बंधक बनाकर उसकी पिटाई की तथा अधमरा कर के उसे स्कूल के बाहर डाल गए माता पिता और परिजनों ने उसे उपचार के लिए हिसार के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया है। प्रदर्शनकारी परिजनों और विद्यार्थियों ने माग की कि इस वारदात को अंजाम देने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जाए और इनमें से एक आरोपी जो एसएमसी का प्रधान है उसे हटाया जाए प्रिंसिपल द्वारा समय पर कार्रवाई ना किए जाने के कारण उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए गैबीपुर में इस घटना की जानकारी मिलने के बाद बरवाला पुलिस मौके पर पहुंची बरवाला के खंड शिक्षा अधिकारी ज्ञानचंद और खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी संजय टाक भी मौके पर पहुंचे इन दोनों अधिकारियों ने धरना प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों और अभिभावकों को समझाया और आरोपित लोगों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया वही स्कूल के प्रधानाचार्य ने इस मामले में आरोपित एसएमसी प्रधान और उसके भाई के खिलाफ मौके पर गई पुलिस को लिखित शिकायत दी है। अधिकारियों व पुलिस द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिया जाने के बाद विद्यार्थियों ने स्कूल का ताला खोला और सभी विद्यार्थी कक्षाओं में लौट गए। यह था गैबीपुर स्कूल का मामला
गैबीपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एसएमसी का प्रधान बुधवार को गाड़ी लेकर पहुंचा और उसने स्वीपर कम चौकीदार के माध्यम से 12 वीं कक्षा के छात्र अंकित को गेट पर बुलवाया और उसे यह कहकर अपनी गाड़ी में बिठा लिया की कल तेरे साथ कुछ जरूरी बात करनी है। परिजनों और विद्यार्थियों के अनुसार एसएमसी का प्रधान उसे खेतों में ले गया वहा पर उसने छात्र की पिटाई की उसे बाध कर बैठा दिया और इसके बाद उसे गंभीर हालत में स्कूल के आगे डाल गया परिजनों ने उसे हिसार के प्राइवेट हस्पताल में दाखिल करवाया जब इस संदर्भ में कोई कार्यवाही नहीं हुई तो बृहस्पतिवार को सुबह परिजनों ने स्कूल खुलने से पहले ही स्कूल के गेट को ताला जड़ दिया और इसके बाद परिजनों और विद्यार्थियों ने मिल कर नारेबाजी की घटना की सूचना मिलने के बाद गाव के सरपंच अर्जुन मेहता भी मौके पर पहुंचे। सरपंच अर्जुन मेहता ने बताया कि प्रिंसिपल ने उन्हें छात्र को गाड़ी में बिठाकर ले जाने की सूचना दी थी तब उन्होंने ही पुलिस को फिलहाल सूचना ना देने की बात कही थी क्योंकि प्रिंसिपल की सूचना मिलने के बाद उन्होंने पीड़ित पक्ष और आरोपित पक्ष दोनों से फोन पर बात की थी और उनका यह प्रयास था कि दोनों पक्षों को आपस में मिल बैठकर मामला सुलझा लिया जाएगा। लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि पीड़ित छात्र को केवल पीटा ही नहीं बल्कि उसे ज्यादा चोटें मारी गई है ऐसे में आज सुबह दूसरे पक्ष ने भी आकर स्कूल पर ताला जड़ दिया।