हिसार में कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की मौत के बाद बेटे ने लगाया लापरवाही का आरोप
हिसार के सेक्टर-14 निवासी कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की मौत के बाद उसके बेटे ने आरोप लगाया कि शहर के जिंदल अस्पताल में उसके पिता को वेंटिलेटर की सुविधा नहीं दी गई।
हिसार, जेएनएन। हिसार के सेक्टर-14 निवासी कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की मौत के बाद उसके बेटे ने आरोप लगाया कि शहर के जिंदल अस्पताल में उसके पिता को वेंटिलेटर की सुविधा नहीं दी गई। जिसके चलते उसके पिता की अग्रोहा मेडिकल में उपचार के दौरान मौत हो गई। युवक ने बताया कि जिंदल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं थी तो स्वास्थ्य विभाग ने जिंदल अस्पताल में उसके पिता को क्यों भेजा।
युवक ने प्रशासन से मांग की है कि प्रशासन इस बारे में उचित कदम उठाए। युवक ने बताया कि उसके पिता की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उससे पूछा गया कि वह अपने पिता को कहां दाखिल करना चाहते है। नजदीक होने के चलते उन्हें शहर के जिंदल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। लेकिन वहां पर वेंटिलेटर की सुविधा नहीं दी गई। हालत गंभीर होने पर उसके पिता को अग्रोहा मेडिकल रेफर कर दिया गया।
युवक ने बताया कि पहले माता-पिता दोनों की तबियत खराब थी। लेकिन उसके बाद पिता की तबियत बिगड़ती गई। पिता को सांस की दिक्कत होने लगी। युवक ने आरोप लगाया कि अस्पताल में डाक्टरों ने दूर से ही उसके पिता को उपचार के लिए अपने स्टाफ को गाइड किया। सीएमओ डा. योगेश शर्मा ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मरीजों को रखने के तीन ग्रुप बनाए गए हैं।
मरीज की हालत गंभीर हुई तो उसे डेडिकेटेड कोविड केयर अग्रोहा मेडिकल में शिफ्ट किया गया था। डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में 18 वेंटिलेटर है। वहीं सीएमसी भी कोविड-19 अस्पताल घोषित किया हुआ है। युवक ने बताया कि उसके पिता के उपचार के लिए जिंदल अस्पताल ने 1 लाख रुपये का खर्चा बताया है।