शादी समारोह से बाइक पर लौट रहे भाई-बहन की ट्रेन की चपेट में आने से मौत, छोटी बहन घायल
महाबीर कालोनी निवासी संजय सैनी के परिवार के सदस्य शनिवार रात को एक परिचित के यहां जयदेव नगर में शादी समारोह में गए थे। वे बाद में करीब 11.30 बजे बाइक पर लौट रहे थे।
हिसार, जेएनएन। तेल डिपो फाटक पर जोधपुर-हिसार सवारी ट्रेन की चपेट में आने से एक बाइक झटके के साथ ट्रैक के बाहर जा गिरी। इस हादसे में महाबीर कालोनी निवासी ऑटो चालक संजय सैनी के 14 वर्षीय बेटे शुभम और 16 वर्षीय भांजी लिजा की मौत हो गई। इसके अलावा उसकी दूसरी बहन की 4 वर्षीय बेटी गरिमा घायल हो गई। रेलवे थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार महाबीर कालोनी निवासी संजय सैनी के परिवार के सदस्य शनिवार रात को एक परिचित के यहां जयदेव नगर में शादी समारोह में गए थे। वे बाद में करीब 11.30 बजे बाइक पर लौट रहे थे। बाइक संजय चला था। उसका 14 साल का बेटा शुभम, 16 वर्षीय भांजी लिजा और 4 वर्षीय भांजी गरिमा पीछे बैठे थे। रास्ते में तेल डिपो फाटक बंद मिला। वहां काफी वाहन खड़े हो गए। संजय ने भी बाइक खड़ी कर दी। इसी दौरान संजय कुछ दूर चला गया।
तभी शुभम बाइक स्टार्ट कर लिजा व गरिमा को साथ लेकर रेलवे लाइन पार करने लगा। तभी वहां आई रेलगाड़ी के इंजन में बाइक का पिछला हिस्सा फंस गया। जोरदार झटके से बाइक उछलकर दूर जा गिरी। जिससे शुभम, लिजा और गरिमा ट्रैक से बाहर सड़क पर गिरे। वे तीनों घायल हो गए। बाद में संजय और राहगीरों ने तीनों को संभाला। वे तीनों को एक वाहन में एक निजी अस्पताल में ले गए। इलाज के दौरान लिजा ने देर रात और शुभम ने तड़के चार बजे दम तोड़ दिया। गरिमा उपचाराधीन है।
रेलवे थाना के एसआइ जयबीर सिंह और एएसआइ वीरेंद्र सिंह ने सूचना मिलने पर अस्पताल में पहुंचकर दोनों शव कब्जे में ले लिए। बाद में शवों को सिविल अस्पताल में ले जाया गया। पुलिस ने वहां कागजी कार्रवाई पूरी की। उसके बाद शवों का पोस्टमार्टम डाक्टरों की टीम ने किया। रेलवे थाना पुलिस ने इस संबंध में बाइक के अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है।
मां का साया उठने के बाद से ननिहाल में रह रही थी लिजा
पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया कि संजय की बहन परमजीत की शादी हांसी के राजेश के साथ हुई थी। दंपती को पहली संतान लिजा हुई थी। लिजा करीब 2 साल की थी तो उसकी मां की मौत हो गई थी। सिर से मां का साया उठने के बाद नाना मनीराम पहलवान उसे अपने घर ले आए थे। वह तभी से ननिहाल में रह रही थी। वह इकलौती संतान थी। वह सुशीला भवन के पास के कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ग्यारहवीं में पढ़ती थी। वह पढाई में होशियार थी और हंसमुख स्वभाव की थी।
संजय का इकलौता बेटा था शुभम
शुभम महाबीर कालोनी के संजय सैनी का इकलौता बेटा था। संजय की शुभम से छोटी एक बेटी है। शुभम महाबीर कालोनी के ही एक प्राइवेट स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ता था। वह भी पढ़ाई में होशियार था। दोनों भाई-बहन के शव पोस्टमार्टम के बाद महाबीर कालोनी स्थित घर में पहुंचे तो वहां माहौल काफी गमगीन हो गया था।