प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार पाकर अभिभूत हुआ सिरसा का 14 वर्षीय तनीश सेठी, मोबाइल एप बनाने पर मिला सम्मान
मोबाइल एप बनाने वाले तनीश सेठी ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री के हाथों सम्मान पाकर बहुत खुशी हुई है। उनका सपना था कि वो प्रधानमंत्री से मिले उन्हें बहुत अच्छा लगा। उन्होंने अपने हम उम्र बच्चों से आह्वान किया कि वे मोबाइल का यूज अच्छे कार्यों के लिए करें।
आनंद भार्गव, सिरसा : प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से देश के 29 प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री ने ब्लाक चैन माध्यम से सभी प्रतिभावान बच्चों के मोबाइल पर उनके सर्टिफिकेट भेजे साथ ही उनके अकाउंट में एक एक लाख रुपये की राशि दी। 29 प्रतिभावान बच्चों में हरियाणा के दो बच्चे शामिल हैं, जिनमें सिरसा जिला के मंडी डबवाली से तनीश सेठी व करनाल से आकर्ष कौशल शामिल रहे।
सिरसा में लघु सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तनीश सेठी इस कार्यक्रम से जुड़े। इस मौके पर जिला उपायुक्त अनीश यादव, तनीश सेठी के पिता अजय सेठी, मां सरीना सेठी व भाई सत्यम सेठी मौजूद रहे। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी भी जुड़ी और सम्मान हासिल करने वाले बच्चों के बारे में बताया।
---प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनेक प्रतिभावान बच्चाें से बात की और उनका हौंसला बढ़ाया। बाद में उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए देश की उन्नति में योगदान देने का आह्वान किया। 29 प्रतिभावान बच्चों में 14 लड़कियां थी। राष्ट्रीय बालिका दिवस की भी प्रधानमंद्धी ने शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के 75वें आजादी महोत्सव के दौरान सम्मानित होने का यह अनुभव बच्चे सदैव याद रखेंगे।
----तनीश सेठी ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री के हाथों सम्मान पाकर बहुत खुशी हुई है। उनका सपना था कि वो प्रधानमंत्री से मिले, उन्हें बहुत अच्छा लगा। उन्होंने अपने हम उम्र बच्चों से आह्वान किया कि वे मोबाइल का यूज अच्छे कार्यों के लिए करें और देश की उन्नति में सहयोग दें। उसके माता पिता ने भी कहा कि वे तनीश सेठी की इस उपलब्धि से बहुत खुश है। उसने हमारे सपने को हकीकत में बदला है।
तनीश उर्फ तनु डबवाली के मैरीलैंड कांवेंट स्कूल में 10वीं का छात्र है। उसके पिता अजय सेठी जेबीटी है। उसकी मां सरीना पंजाब में हेड टीचर है। यह बच्चा डेढ़ वर्ष के दौरान एक दर्जन के करीब मोबाइल एप बना चुका है। देश में बोली जाने वाली 10 मुख्य भाषाओं को जानने के लिए स्पीक इंडिया एप बना चुका है। भाषा को समझने के लिए उसे आसानी से ट्रांसलेट किया जा सकता है। इसके अलावा स्पीक वल्र्ड एप विश्व भर में बोली जाने वाली 92 भाषाओं को एक-दूसरे में कन्वर्ट करके समझने में मदद करती है। इसके अलावा टेलर डायरी, स्कैन वाय : मेड इन इंडिया, सेठी क्लेप, लिस्ट अप : मेड इन इंडिया मोबाइल एप, पशुओं की बिक्री के लिए मोबाइल डिवेल्प कर चुका है।