काला हिरण के बारे में चौंकाने वाला शोध, कमजोर दिल के होते हैं, उछाल से देते संकट का संकेत
चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विवि के शोधार्थी ने अध्ययन किया है कि काला हिरण दिल का काफी कमजोर होता है। धमाके की तेज आवाज से भी दम तोड़ सकता है।
हिसार, जेएनएन। हरियाणा का राज्य पशु काला हिरण शर्मीले किस्म का, कमजोर दिल और अति संवेदनशील प्राणी है। यह धमाके की आवाज से भी इतना डर जाता है कि दम तक तोड़ सकता है। हादसा हो जाए और अधिक लोग एकत्र हो जाएं तो भयाक्रांत हो जाता है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के जूलॉजी विभाग में पीएचडी छात्र विक्रम डेलू ने इसके व्यवहार को लेकर अध्ययन किया तो कई रोचक जानकारियां सामने आईं। इसके लिए विक्रम को फतेहाबाद के बडोपल और धांगड़ के ब्लैक बग रिजर्व में कई दिन गुजारने पड़े, जहां उन्होंने 200 से अधिक काले हिरणों के स्वभाव को परखा, देखा और जाना। विक्रम के अनुसार उन्होंने देखा कि गर्मी में हिरण या नील गाय पानी खोजते हुए खेतों की तरफ आ जाते हैं। अगर उन्हें जंगल में ही पानी को मिल जाए तो वे गांव की तरफ कभी न आएं। उन्हें इंसानों से घुलना मिलना पसंद नहीं। जल संरक्षण की बात करें तो काला हिरण बड़ा संदेश देता है। यह तेज गर्मी में बिना पानी पिये भी रह सकता है। ये चारे में जो पत्तियां खाते हैं, उन्ही से पानी अवशोषित कर प्यास बुझा लेते हैं।
उछाल से देते हैं संकट की चेतावनी
काले हिरण जब हवा में उछलते हैं तो साथियों को संकट की चेतावनी दे रहे होते हैं। संदेश होता है कि सावधान हो जाएं। अगर उछाल लंबी दूरी और ऊंची हो तो समङिाए कि शिकारी पीछे है, सभी भागें। यह काम सबसे पहले झुंड का सरदार करता है।
डीएनए पर भी हो रहा काम
विक्रम हरियाणा व राजस्थान के काले हिरणों के डीएनए पर भी काम कर रहे हैं। इसके लिए राजस्थान व हरियाणा के वन्य प्राणी विभाग से उन्होंने अनुमति ले रखी है। डीएनए मैपिंग के परिणाम आने के बाद बताया जा सकता है कि किस प्रकार सीमित संसाधनों में काले हिरण ने अपने आप को ढाल लिया।