भागवत सुनने वालों के वशीभूत हो जाते हैं प्रभु : शास्त्री
जागरण संवाददाता, हिसार : जय श्रीराम महिला संकीर्तन मंडल के तत्वावधान में कुंजलाल गार्डन स्थित
जागरण संवाददाता, हिसार : जय श्रीराम महिला संकीर्तन मंडल के तत्वावधान में कुंजलाल गार्डन स्थित जयश्रीराम प्रभात फेरी मंदिर में स्वामी धर्मदेव पटौदी वाले के सानिध्य में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कथा व्यास स्वामी स्वदेश चंद्र शास्त्री, हरिद्वार यमनौत्री धाम वाले ने कहा कि श्रीमद्भागवत साक्षात भगवान का स्वरूप है। जहां भागवत शास्त्र रहता है, वहां देवता निवास करते हैं। कथा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि कथा श्रवण करना देव दुर्लभ अमृतपान से भी बढ़कर है। जो श्रद्धालु भागवत सुनते हैं, प्रभु उनके वशीभूत हो जाते हैं। भागवत कथा जन्म-मृत्यु के भय का नाश करने वाली तथा मोक्षदायिनी है। उन्होंने बताया कि संसार की रंग-बिरंगी दुनिया में केवल प्रभु का नाम ही सच्चा है, बाकी सब झूठ है। आरती के साथ आज की कथा को विराम दिया गया। मंडल की प्रधान दर्शना चाणना ने बताया कि आज की कथा में संतोष सैनी, आशा वधवा, प्रीति गाबा, प्रेम कालड़ा, भूपेन्द्र रोहिल्ला, ¨प्रसीपल संजय धवन ने अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्हें मंडल की ओर से स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन ओमप्रकाश असीजा ने किया। इस अवसर पर हरभगवान चाणना, किशनलाल बागड़ी, मनोहरलाल नांगरू, मदनलाल मदान, मदनलाल बुंदेला, पं. चंद्रप्रकाश, गुरुदयाल असीजा, कैलाश बुंदेला, विनोद सेहरा, पं. गोपालकृष्ण शास्त्री, इन्द्र झंडई, अनिल मलिक सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। कथा 22 नवंबर तक रोजाना सायं 3 से 6 बजे तक चलेगी। दर्शना चाणना ने बताया कि कथा के अंतिम दिन 23 नवंबर को प्रात: 10 बजे हवन के बाद आंखों का कैम्प लगाया जाएगा। कैम्प में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. तरूण गुप्ता व उनकी टीम रोगियों की जांच करेगी। दोपहर एक बजे श्रद्धालुओं के लिए भंडारा चलाया जाएगा।