सुसाइड मामले में स्वजनों ने चार अधिकारियों पर लगाए आरोप
अधिकारियों के खिलाफ रेलवे पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई करने की मांग की है।
संवाद सहयोगी, हांसी: बीमा क्लेम के लिए फर्जी पोस्टमार्टम करने के आरोपित डा. विजय मलिक के पिता धूप सिंह मलिक के सुसाइड करने के मामले को लेकर स्वजनों ने सरकारी अस्पताल के दो डॉक्टरों व पुलिस विभाग के दो अधिकारियों के खिलाफ रेलवे पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत में स्वजनों ने कहा कि डा. विजय मलिक के खिलाफ मामला दर्ज करने व उसे जेल भेजने की कार्रवाई को लेकर उनके पिता डा. धूप सिंह मलिक को इन लोगों ने प्रताड़ित किया, जिसके चलते तंग आकर डा. धूप सिंह ने प्रेम नगर के समीप रेलगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। शिकायत में कहा गया कि डा. विजय मलिक व उन्हें पुलिस व सरकारी अस्पताल के दो डाक्टरों द्वारा प्रताड़ित करने पर डा. धूप सिंह मानसिक रूप से परेशान थे और इसके चलते उन्होंने आत्महत्या की है। रेलवे पुलिस के अधिकारियों ने उनकी शिकायत ले ली है, लेकिन पुलिस अधिकारी कोई भी टिप्पणी करने से इन्कार कर रहे है। गौरतलब है कि बीमा क्लेम को लेकर फर्जी पोस्टमार्टम करने के नाम पर डा. विजय मलिक के खिलाफ इकनॉमिक सेल द्वारा मामला दर्ज किया गया और अलग अलग रिमांड लेकर डा. विजय मलिक को जेल भेज दिया गया था। इकनॉमिक सेल के इंस्पेक्टर उमेद सिंह ने बताया कि डा. विजय मलिक ने अब तक 156 पोस्टमार्टम किए हैं और 1999 से लेकर किए गए सभी पोस्टमार्टम की फाइल जांच के लिए मंगवाई गई है। बताया जाता है कि इस मामले में बीमा कम्पनी के अधिकारियों के अलावा पुलिस के कई अधिकारी शामिल हो सकते हैं। ये पूरा मामला फाइलों को खंगालने के बाद सामने आएगा।