स्वरोजगारोन्नमुखी प्रशिक्षण समय की मांग : डा. अशोक
एचएयू के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में सिरसा रोड स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान सहयोग से पांच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। इसमें महिलाओं को स्वरोजगार स्थापित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में प्रदेश की अनुसूचित जाति व जनजाति की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व स्वरोजगार स्थापित करने के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षणों का आयोजन विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में सिरसा रोड स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के सहयोग से किया गया। इस प्रशिक्षण का आयोजन विस्तार शिक्षा निदेशक डा. आरएस हुड्डा की देखरेख में किया जा रहा है।
प्रशिक्षण के शुभारंभ अवसर पर संस्थान के सह निदेशक(प्रशिक्षण) डा. अशोक गोदारा ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बताया कि स्वरोजगारोन्नमुखी प्रशिक्षण आज के समय की मांग है। यहां से प्रशिक्षण हासिल कर महिलाएं अपने घरेलू स्तर पर लघु उद्योग स्थापित कर अपनी आमदनी बढ़ा सकती हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान में पांच दिनों में फल-सब्जियों के परीरक्षण एवं अनाज के मूल्य संवर्धित उत्पादों को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फल व सब्जियों का प्रशिक्षण कर उन्हें खराब होने से बचाया जा सकता है।
डा. शशि कुमार भाटिया ने कहा कि फल व सब्जी विटामिन व खनिज लवण का मुख्य स्त्रोत हैं और हमारे दैनिक भोजन का भी का अभिन्न स्त्रोत हैं। इसलिए इनके प्रशिक्षण की जानकारी होना जरूरी है ताकि इन्हें अधिक समय तक सहेज कर रखा जा सके। प्रशिक्षण संयोजक डा. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इस दौरान प्रतिभागियों को सभी तरह के अचार, मुरब्बा, कैंडी, स्क्वैश, चटनी, जैम, टमाटर सोस, फल व सब्जियों को सुखाना जैसी हर प्रकार की जानकारी विस्तारपूर्वक दी जाएगी।