एन्हांसमेंट के विरोध में विधायक के आवास के बाहर धूप में बैठे एसी में रहने वाले सेक्टरवासी
एचएसवीपी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) की ओर से लगाई गई एनहांसमेंट का विरोध, तेज होगा आंदोलन
जेएनएन, हिसार : एचएसवीपी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) की ओर से लगाई गई भारी भरकम एन्हांसमेंट के विरोध में सेक्टरवासियों ने गुरुवार को विधायक डा. कमल गुप्ता के आवास के बाहर पड़ाव डाल दिया। महिलाओं की भारी तादात के साथ लोग टैंट लगाकर सड़क किनारे बैठ गए। तेज धूप और गर्मी होने के बावजूद लोग डटे रहे और एन्हांसमेंट न हटाए जाने तक पड़ाव जारी रखने की बात कही। गौरतलब है कि एन्हांसमेंट को लेकर सेक्टर 16-17, 3-5, 1-4, 4 पार्ट 2, 13, अर्बन एस्टेट 2, पीएलए, 33, 13 पार्ट 2, 9-11, 1-4 के निवासी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। सेक्टर एसोसिएशन के सदस्य एचएववीपी के अधिकारियों के साथ-साथ राज्य सरकार से भी मुलाकात कर राहत की गुहार लगा चुके हैं, बावजूद इसके अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। इसी के विरोध में सेक्टरवासियों ने मंगलवार को काला दिवस के रूप में मनाया था एवं आंदोलन की आगे की रणनीति बनाते हुए यह फैसला लिया था कि गुरुवार को सभी सेक्टरवासी विधायक कमल गुप्ता के आवास पर पड़ाव डालेंगे। आरडब्ल्यूए प्रधान दलबीर किरमारा ने कहा कि विधायक आवास पर हम तब तक डटे रहेंगे जब तक कि हमारी समस्या को का कोई निदान नहीं निकल जाता।
एंन्हांसमेंट के रूप में जजिया कर देने को मजबूर सेक्टरवासी
प्रधान दलबीर किरमारा ने एन्हांसमेंट को जजिया कर की संज्ञा देते हुए इसके स्थाई समाधान की मांग की। उन्होंने कहा कि जमीन मालिकों एवं एचएसवीपी विभाग के उच्चधिकारियों की मिलीभगत के चलते सेक्टरवासियों को एन्हांसमेंट के रूप में जजिया कर देने को मजबूर किया जा रहा है। एक तरफ जहां एचएसवीपी विभाग दावा करता है कि वह नागरिकों को सस्ती दरों पर रिहायशी मकान बनाने की सुविधा देता है, वहीं दूसरी ओर विभाग का यह दावा पूरी तरह से झूठा नजर आता है। उन्होंने कहा कि राज्यभर में एन्हांसमेंट के खिलाफ आंदोलन चल रहा है लेकिन सरकार एवं विभाग के अधिकारियों के कानों में अभी तक हम सेक्टरवासियेां की गूंज नहीं पहुंच पाई है। जो बहुत ही ¨नदनीय है। जबकि मुख्यमंत्री ने 15 दिन में इसके समाधान का आश्वासन दिया था।
राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं राजनेता : श्योराण
सेक्टर 16-17 के प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने राजनीतिक दल पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक कोई चुनाव नजदीक न हो, उन्हें जनता के दुख-तकलीफों से कोई सरोकार नहीं होता। उन्होंने कहा कि एक सोची-समझी साजिश के तहत सत्ता में रहने वाले दल गलत नीतियां अपनाकर जनता के ऊपर जुल्म करते है। और जब जुल्म से तबाह होकर वह वर्ग आंदोलन करता है तो विपक्षी दल आकर साथ देने का आश्वासन देते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल का काम केवल वातानुकूलित कमरों में बैठकर सड़कों पर रो-पीट रही जनता का तमाशा देखना हैं। उन्होंने कहा कि केवल एन्हांसमेंट ही नहीं बल्कि जनता के हर वर्ग के साथ आए दिन अन्याय होते रहता है और ये राजनेता केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे रहते हैं।