हिसार, फतेहाबाद, दादरी में पत्थरबाजी और मारपीट में तब्दील एससी-एसटी का प्रदर्शन, पुलिस कर्मियों के साथ मुठभेड़
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध में एससी-एसटी समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन के बहाने जमकर मचाया उत्पात
जेएनएन, हिसार
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध में एससी-एसटी समुदाय के जुलूस ने ¨हसक रूप धारण कर लिया। दुकानें बंद करने की अपील पर जब दुकानें बंद नहीं की गई तो प्रदर्शनकारी मारपीट करने पर उतर आए। बसें नहंी रोकी गई तो प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी। इसका सबसे ज्यादा असर हिसार और फतेहाबाद में देखने को मिला। वहीं अन्य जिलों में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई। फतेहाबाद के टोहाना में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन पर पत्थरबाजी की जिसके कारण करीब दो घंटे तक ट्रेन को रोकना पड़ा। फतेहाबाद शहर में तीन दुकानों पर पत्थर बाजी कर शीशे तोड़े गए। लघु सचिवालय को छावनी में तब्दील करना पड़ा तो प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस पूर्व संसदीय सचिव प्रह्लाद सिंह को बोलने तक नहीं दिया। दादरी में भी जबरदस्ती दुकान बंद करवाने को लेकर मारपीट हो गई। इसके अलावा डबवाली में भी इसी तरह की घटना घटी। रोहतक और भिवानी में हालात फिर भी ठीक-ठाक रहे। तो वहीं सिरसा में छिटपुट मामले सामने आए। झज्जर बहादुरगढ़ में भी बाजारों पर प्रदर्शन का खासा असर देखने को मिला और तनाव भरा माहौल बना रहा।
वहीं हिसार और आसपास के क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। जवाहर नगर स्थित एक लाइब्रेरी में तोड़फोड़ की गई। डा. चंद्रा की गाड़ी के आगे नाचने और बस को रूकवाने का प्रयास भी किया गया। राजगढ़ रोड पर प्रदर्शनकारियों ने टायरों में आग लगा दी और पत्थर फेंक रोडवेज बस के शीशे तोड़ दिए। हिसार में प्रदर्शनकारियों ने एसएचओ ललित शर्मा पर हमला कर दिया जिसमें उनके सिर पर गहरी चोट आई। घटना के बाद उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद लक्ष्मीबाई चौक पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए। हांसी में दुकान बंद करवाने को लेकर मारपीट की गई और बरवाला में भी कोचिंग सेंटर बंद करवाने को लेकर पत्थरबाजी की गई। करीब ढाई बजे प्रदर्शन के रूख को देखते हुए बस स्टैंड परिसर को खाली करवा लिया गया और बसों को वर्कशाप में खड़ा किया गया। ऐसे में बस स्टैंड के बाहर यात्रियों की भीड़ जमा हो गई।
एससी-एसटी एक्ट को लेकर भारत बंद के आह्वान पर सुबह जहां समुदाय के लोगों ने सभी जिलों में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने की बात कही थी। वहीं शाम होते होते प्रदर्शन ने दूसरा ही रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नए संशोधन के तहत एससी-एसटी एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाने और अग्रिम जमानत पर रोक हटा देने से उनके उपर अत्याचार बढ़ेंगे।