पढ़ाई का ऐसा जज्बा, 61 साल की उम्र में सतपाल शर्मा ने जीजेयू से पास की PGDCA की डिग्री
सतपाल शर्मा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से एसई के पद से सेवानिवृत हुए थे। कहना है कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। इससे पूर्व वर्ष 2018 में सीआर जाट कॉलेज से कानून की डिग्री ली
हिसार, जेएनएन। पढ़ाई का जुनून कब कैसे किसी को प्रेरित कर दे कह पाना मुश्किल है। हिसार में एक ऐसा ही प्रेरणादायी मामला सामने आया है। हिसार के वरिष्ठ नागरिक सतपाल शर्मा ने 61 साल की उम्र में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से पीजीडीसीए पास कर एक उदाहरण पेश किया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने उन्हें पीजीडीसीए प्रमाण पत्र दिया तथा कहा कि इससे वरिष्ठ नागरिकों को कुछ नया करने की प्रेरणा मिलेगी।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यदि व्यक्ति अपने आप को रचनात्मक कार्यों में शामिल रखें तो वह लंबी उम्र तक सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य कर सकता है। साथ ही समाज में उपयोगी योगदान दे सकता है। सतपाल शर्मा 2017 में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से एसई के पद से सेवानिवृत हुए थे। सतपाल शर्मा का कहना है कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। इससे पूर्व वर्ष 2018 में सीआर जाट कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की थी।
वर्ष 2008 में उन्होंने एमफिल किया था। इससे पूर्व वे एमबीए तथा बीई की डिग्री भी हासिल कर चुके हैं। उनका कहना है कि पढ़ने में उन्हें आनंद मिलता है। इससे उन्हें शारीरिक तथा मानसिक ऊर्जा मिलती है। इसके अतिरिक्त सतपाल की साहित्यिक गतिविधियों में भी रुचि है। राज्य कवि उदयभानू हंस की छत्रछाया में वे लेखन कार्य भी कार्य चुके हैं। सतपाल शर्मा सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। विशेषकर पौधारोपण अभियान में उनका योगदान उल्लेखनीय है। इसके लिए उन्हें हिसार प्रशासन द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
सतपाल शर्मा यहीं नहीं रुकना चाहते और वो अभी पढ़ना चाहते हैं। परिवार के लोग भी उनकी इस जिज्ञाशा में साथ खड़े हैं। इससे पहले हिसार में कश्मीरी चंद भी थे जिन्होंने 16 मास्टर डिग्री की और खूब चर्चा में रहे। उनकी जॉब के दौरान जब एक हिंदी शिक्षक ने कहा कि आप मेरे विषय के बारे में क्या जानते होंगे। इसके बाद उन्होंने सभी विषयों में एमए करने की ठानी। यह सपना भी पूरा किया। हाल में ही उनका देहांत हुआ है।