संपत बोले-कांग्रेस छोड़ने में देरी हुई, भाजपा को 10 सीटों पर जिताना मेरा अहम लक्ष्य
महम रैली में गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए पूर्व वित्त मंत्री प्रो. संपत सिंह। पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के राजनीतिक सलाहकार भी रहे प्रो. संपत सिंह
हिसार, जेएनएन। भाजपा में शामिल हुए पूर्व वित्त मंत्री प्रो. संपत सिंह ने कहा कि कांग्रेस को छोडऩे में देरी हुई है। यदि उनको पता होता कि उनको टिकट नहीं मिलेगी तो शायद वह पहले ही पार्टी छोड़ देते। सामंतवादी ताकतों ने उनको चुनाव से दूर रखा। भाजपा ज्वाइन करके उनको बेहतर लग रहा है। उनका प्रभाव 10 सीटों पर है।
इसलिए कुलदीप को हराने के साथ बाकी सभी सीटों पर पार्टी के लिए काम करेंगे। प्रो. संपत ने करीब 32 साल इनेलो व अन्य पार्टी के अलावा दस साल कांग्रेस में राजनीति करने के बाद बुधवार को भाजपा ज्वाइन की है। प्रो. संपत ने आदमपुर में बृहस्पतिवार को कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीति बनेगी।
प्रो. संपत सिंह ने कहा कि भाजपा में सामंती सोच के लोग नहीं है। कांग्रेस में सात परिवार हिस्सेदारी लेते हुए टिकट का वितरण करते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद से ही उनके साथ व्यवहार सही नहीं हो रहा था। उनको समझने में देरी हुई। उन्हें भरोसा था कि टिकट मिल जाएगी। यदि भरोसा न होता तो वह कब की कांग्रेस छोड़ कर चले जाते। संपत ने कहा कि उनकी हिसार जिले की सात सीटों सहित फतेहाबाद की तीन सीटों में पैठ है। इस लिए वह इन सभी दस सीटों पर काम करेंगे। कुलदीप बिश्नोई को हराना उनका मुख्य लक्ष्य है।
बता दें कि संपत सिंह नलवा हलके से कांग्रेस की टिकट पर दावेदार माने जा रहे थे, मगर उनकी टिकट काट दी गई और उनकी जगह कुलदीप बिश्नोई के खास माने जाने वाले रणधीर पनिहार को टिकट दी गई। इसके बाद संपत सिंह पार्टी से नाराज हो गए और उन्होंने सोमवार को एक प्रैस वार्ता में कांग्रेस पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया। महज एलान ही नहीं बल्कि तीन से चार हलकों में कांग्रेस प्रत्याशियों का विरोध करने की भी बात कही है। वहीं वे पूर्व सीएम हुड्डा के टिकट कटने पर फोन नहीं करने से भी नाराज हैं और उन्होंने सारे प्रकरण के लिए कुलदीप बिश्नोई को जिम्मेदार ठहराया है।
आज आदमपुर में होगी बैठक
प्रो. संपत सिह ने बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल होने के बाद आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। इसमें अब पार्टी लाइन पर काम करते हुए वह कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे।