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शहरवासियों से ग्रामीण ज्‍यादा जागरुक, बीते पांच वर्षों में शहर में ज्‍यादा मिले डेंगू के मामले

पिछले पांच वर्ष में जिले में डेंगू के मामले घटे लेकिन मौत के मामलों में कमी नहीं। डेंगू को लेकर शहरवासियों की बजाय ग्रामीण अधिक जागरूक।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 02:31 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 02:31 PM (IST)
शहरवासियों से ग्रामीण ज्‍यादा जागरुक, बीते पांच वर्षों में शहर में ज्‍यादा मिले डेंगू के मामले
शहरवासियों से ग्रामीण ज्‍यादा जागरुक, बीते पांच वर्षों में शहर में ज्‍यादा मिले डेंगू के मामले

हिसार [सुभाष चंद्र] जिले के डेंगू के आंकड़ों पर गौर करे शहरवासियों की बजाय ग्रामीण अधिक जागरूक लग रहे हैं। जिले में पिछले पांच सालों में ग्रामीण क्षेत्रों की बजाय हिसार शहर में डेंगू के अधिक मामले सामने आए हैं। शहर में पिछले पांच वर्षों में 1450 डेंगू के मामले सामने आए हैं। जबकि सिसाय गांव के आंकड़े देखे तो पिछले पांच सालों में डेंगू के सिर्फ 65 मामले सामने आए हैं ।

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वहीं शहर के साथ लगते गांव मंगाली में पिछले पांच वर्ष में डेंगू के 101 मामले आए हैं। जबकि गांव में शहरों की बजाय अधिक पशुपालन होता है, साफ पानी जोहड़, खेतों में भी जमा रहता है। लेकिन इसके बावजूद हिसार शहर में डेंगू के अधिक मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग शहर में डेंगू के अधिक मामले सामने आने का कारण यहां अधिक मात्रा में फ्रिज, कूलर के साथ पुराने टायरों में पानी जमा होने को मानता है, साथ ही शहरों में कई जगह पीने के पानी की पाइप लीक होती है, जिससे जगह-जगह पानी एकत्रित होता है। डेंगू का मच्छर साफ पानी में फैलता है, जिसके कारण है गांवों की बजाय शहरों में डेंगू के अधिक मामले सामने आ रहे हैं। जबकि शहरों में लगातार फोङ्क्षगग भी करवाई जाती है। साथ ही मच्छर का लारवा मिलने पर चालान भी किए जाते हैं।

शहर में पिछले पांच वर्षों में डेंगू के 1450 जबकि मंगाली व सिसाय में सिर्फ 166 मामले आए

जिले में पिछले पांच सालों के ओवरऑल रिकार्ड को देखे तो डेंगू के मामले घटे हैं, लेकिन डेंगू से मरने वालों के मामलों में कोई कमी नहीं आई है। जिले में वर्ष 2015 में डेंगू के 1795 सस्पेक्टेड मामले थे, जिनमें लैब टेस्ट के बाद 1140 मामले कंफर्म हुए थे। इस दौरान डेंगू से हिसार शहर के व्यक्ति की मौत हुई थी। वहीं 2019 में 7 दिसंबर तक डेंगू के 154 मामले सामने आ चुके हैं। इस वर्ष भी डेंगू से एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है, जो बरवाला से है।

पिछले पांच सालों में जिले में डेंगू बुखार के आंकड़े

स्वास्थ्य केंद्र - 2015 - 2016 - 2017 - 2018 - 2019

नारनौंद - 53 - 12 - 12 - 8 - 2

सोरखी - 257 - 49 - 35 - 24 - 11

सिसाय - 33 - 14 - 11 - 6 - 1

मंगाली - 43 - 14 - 27 - 8 - 9

आर्यनगर - 40 - 22 - 20 - 36 - 8

सीसवाल - 66 - 4 - 15 - 11 - 9

बरवाला - 60 - 5 - 44 - 29 - 9

उकलाना - 42 - 75 - 15 - 9 - 12

हिसार सिटी - 546 - 301 - 359 - 151 - 93

कुल - 1140 - 496 - 538 - 282 - 154

जिले में पिछले पांच सालों में डेंगू से चार की मौत

डेंगू से जिले में पिछले पांच सालों में चार व्यक्तियों की मौत हुई है। इनमें भी तीन मामले हिसार सिटी से और एक मामला बरवाला से हैं।

---शहरों में फ्रिज, कूलर, पुराने टायरों सहित शहर में कई जगह पीने के पानी की पाइप लीक हो जाती हैं। इससे जगह-जगह पानी एकत्रित होता है, डेंगू मच्छर साफ पानी में फैलता है। यही कारण है गांवों की बजाय शहरों में डेंगू के अधिक मामले सामने आते हैं।

- संजय दहिया, सीएमओ, हिसार।


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