बचपन के दोस्त ने जाल में फंसा, भाई बहन को परिवार सहित कनाडा भेजने के नाम पर ऐसे ठगे 50 लाख
28 अगस्त को उसे वीजा देने का वादा किया गया था। 26 अगस्त 2018 को जब पता करने के लिए बूटा सिंह से संपर्क करना चाहा तो उसका मोबाइल ऑफ आया।
जेएनएन, सिरसा : सदर थाना क्षेत्र के गांव मल्लेकां में निवासी निर्मल सिंह व उसकी बहन को परिवार सहित कनाडा भेजने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में पीडि़त के बयान पर पुलिस ने आरोपित बूटा दास, उसके पिता बलदेव राज, पत्नी कर्मजीत कौर, मां कुलदीप कौर, भाई राजीव कुमार वासी गांव मल्लेका व कुलविंदर सिंह वासी झुजार नगर पटियाला के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अभियोग दर्ज किया है।
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ट्रेवल एजेंसी संचालक था बचपन का दोस्त, जाल में फंसा लिया
सदर थाना पुलिस में दर्ज शिकायत में मल्लेकां निवासी निर्मल सिंह ने बताया कि वह मर्चेंट नेवी में नौकरी करता हूं। उसकी दो बहनें है जो जंडवाला व अबूबशहर में शादीशुदा है। गांव मल्लेकां में रहने वाला बूटादास जो पटियाला में ऑल इन वन कंसलटेंसी चलाता है। निर्मल ने बताया कि बूटा दास उसका दोस्त था तथा उसने उसे परिवार सहित कनाड़ा भेजने की बात कही। दोस्त होने के कारण वह उसकी बातों में फंस गया। निर्मल ङ्क्षसह ने बताया कि उसने अपने साथ अपनी बहन मनदीप कौर निवासी जंडवाला व भांजे को भी कनाडा ले जाने के लिए कहा तो उसने कहा कि वह सभी को कनाडा भिजवा देगा और इस एवज में 50 लाख रुपये देना तय हुआ। इसके बाद उसने अलग अलग तारीखों में पहले 16 लाख रुपये जमा करवाए। उसके बाद उसके 10 अप्रैल 2017 को उसके पिता व मां को उसके घर पर 12 लाख रुपये देकर आए। एक सप्ताह के बाद वीजा आने की बात कहकर उसने 20 अप्रैल 2017 को उन्होंने 16 लाख रुपये ओर दे दिए। जिसके बाद 26 अप्रैल 2017 को बूटा दास ने कहा कि आपकी फ्लाइट तैयार है आप बाकी बचे साढ़े पांच लाख रुपये और दे दो। जिस पर 28 अप्रैल को उसकी बहन, भांजे, पत्नी व बच्चों को लेकर उसके ऑफिस में जाकर उसे साढ़े पांच लाख रुपये दे दिए। इसके बाद आरोपित बूटा दास ने उसकी बहन व भांजे को यह कहते हुए दुबई भेज दिया कि वहां से पंद्रह दिन बाद कनाडा भेज देगा। और दस दिन बाद पूरे परिवार को भेज देगा क्योंकि वीजा आया नहीं है।
बहन व भांजे को भेज दिया दुबई
28 मई को उसकी बहन व भांजे को चंडीगढ़ से दुबई भेज दिया। वहां पर आरोपित का पार्टनर कुलङ्क्षवदर ङ्क्षसह पहले गया हुआ था। 15 दिन बाद जब कनाडा का पूछा वह झूठे आश्वासन देता रहा। इस तरह करीब साढ़े चार महीने बीत जाने के बाद बड़ी मुश्किल से दुबई से उसने अपनी बहन व भांजे को वापस बुला लिया। उन्होंने बताया कि वहां पर उन्हें दिमागी तौर पर बहुत परेशान किया गया और डराया धमकाया गया।
गांव में हुई पंचायत, पर नहीं माना आरोपित का पिता
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बाद इस मामले के बारे में उसने बूटा दास के पिता को बताया तो उसने बूटा दास को बुलाकर कनाडा भेजने को कहा। जिस पर उसने कहा कि वह जल्द ही सब को कनाड़ा भेज देगा। इसके बाद बूटा व उसके पार्टनर ने कुछ समय और मांगा। 28 अगस्त को उसे वीजा देने का वादा किया गया था। 26 अगस्त 2018 को जब पता करने के लिए बूटा सिंह से संपर्क करना चाहा तो उसका मोबाइल ऑफ आया। उसके परिवार से बात की तो उन्होंने कहा कि हमें उसके बारे में कुछ नहीं पता। इस मामले को लेकर गांव में पंचायत भी हुई। परंतु आरोपित के पिता ने कोई सुनवाई नहीं की।
विदेश भागने की फिराक में है आरोपित
शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें पता चला है कि बूटा दास अपनी पत्नी बच्चों व पार्टनर के साथ पटियाला में रह रहा है और विदेश भागने की फिराक में है। इस संबंध में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।