रोहतक पीजीआइ में महिला चिकित्सक से छेड़छाड़, आरोपितों के खिलाफ FIR के आदेश
रोहतक में निदेशक कार्यालय में ह्रासमेंट कमेटी की बैठक में लिया गया फैसला। फिजियोथेरेपी के चिकित्सक व बाहरी युवक ने की छेड़छाड़
रोहतक, जेएनएन। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) में महिला चिकित्सक ने दो युवकों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। पीडि़त की शिकायत पर शनिवार को पीजीआइ निदेशक कार्यालय में ह्रासमेंट कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान तय किया गया कि आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। इसके लिए सुरक्षा अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है।
पीजीआइएमएस में लाइब्रेरी के बाहर 22 जुलाई को सर्जरी विभाग की एक महिला पीजी चिकित्सक के साथ दो आरोपितों ने छेड़छाड़ की थी। आरोप है कि फिजियोथेरेपी के ग्रेजुएट विद्यार्थी और एक बाहरी युवक ने छेड़छाड़ कर अभद्रता की। पीडि़ता ने 24 जुलाई को पीजीआइ के अधिकारियों को शिकायत देते हुए आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर पीजीआइ के अधिकारियों ने ह्रासमेंट कमेटी के समक्ष सुनवाई के आदेश दिए थे। शनिवार को पीजीआइ निदेशक कार्यालय में ह्रासमेंट कमेटी के समक्ष पीडि़ता से बात करते हुए उसकी शिकायत पर आगे की कार्रवाई की रणनीति बनाई। जिस पर सुरक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करें।
इससे पहले महिला पीजी चिकित्सक से छेड़छाड़ के मामले में 50 से अधिक पीजी चिकित्सक एकत्रित होकर निदेशक कार्यालय पहुंचे और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर निदेशक कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षा गार्ड को तैनात कर दिया गया। जिससे मौके पर किसी प्रकार से स्थिति न बिगड़ पाए और शारीरिक दूरी का भी पालन कराया जा सके। इस दौरान ह्रासमेंट कमेटी के पदाधिकारियों के साथ ही मुख्य सुरक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि के तौर पर अतिरिक्त मुख्य सुरक्षा अधिकारी संजय कादयान मौजूद रहे।