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किसानों के जाम से यात्री पूरी रात रहे परेशान, गांवों के रास्तों में पूरी रात भटकते रहे वाहन चालक

जाम में फंसे लोगों ने कहा कि किसानों का ऐसा अचानक ही हाईवे बंद कर देना गलत है। ना जाने कितने लोग अपने जरूरी कार्यों से घरों से निकले थे जो रास्तों में फंसे हुए हैं। लोगों ने कहा कि विरोध का तरीका शांतिपूर्ण होना चाहिए।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 11:05 AM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 11:05 AM (IST)
किसानों के जाम से यात्री पूरी रात रहे परेशान, गांवों के रास्तों में पूरी रात भटकते रहे वाहन चालक
रामायण टोल प्लाजा पर किसानों का सड़क जाम जारी, ट्रकों की लगी लंबी कतार

हिसार/हांसी, जेएनएन। किसानों द्वारा रामायण टोल प्लाजा पर जाम लगाए जाने के बाद पूरी रात वाहन चालक छोटे रास्तों पर भटकते रहे। नेशनल हाईवे से किसान किसी वाहन चालक को नहीं जाने दे रहे थे। लिंक रास्तों से वाहन चालकों ने रास्तों को खोजाते हुए अपने गंतव्य पर पहुंचे। दिल्ली व गुरुग्राम की तरफ से हिसार व सिरसा जा रही बसें भी हांसी बस स्टैंड पर फंस गई। बसों में सवार यात्री पूरी रात परेशान रहे। निजी वाहन भी रात के समय यात्रियों को नहीं मिले। लांधड़ी टोल तो अभी तक बंद है और लोग कच्‍चे रास्‍तों से अवागमन कर रहे हैं।

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गांवों के छोटे-छोटे रास्तों पर वाहनों की संख्या बढ़ने से वहां भी जाम लग गया व घंटों तक वाहन जाम में फंसे रहे। रामायण टोल प्लाजा पर जाम के कारण वाहन चालक रामायण गांव की तरफ से देपल, उमरा होते हुए हांसी की तरफ आए। वहीं, हिसार की तरफ जाने वाले वाहन चालकों ने भी इसी मार्ग का इस्तेमाल किया।

इस मार्ग पर किसानों ने वाहन चालकों को जाने की नहीं रोका व केवल नेशनल हाईवे पर रामायण टोल प्लाजा पर ही जाम लगाया। ट्रक व अन्य भारी वाहनों की टोल प्लाजा पर हिसार की तरफ कई किलोमीटर लंबी लाईन लगी हुई है। देर रात को बरवाला रोड़ पर भाटला गांव में भी किसानों ने जाम लगाया, लेकिन कुछ घंटे बाद खोल दिया।

वहीं, पुलिस पूरी रात व्यवस्था बनाने में लगी रही। कई रूटों को पुलिस ने डाइवर्ट कर दिया व छोटे रास्तों से वाहनों को निकालने के निर्देश दिए। एसपी नितिका गहलोत टोल प्लाजा पर स्थिति का जयाजा लेने पहुंची व पुलिस कर्मियों को व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।

पूरी रात पुलिस कर्मी नाकों पर तैनात रहे। शनिवार को शादी समारोह अधिक होने के कारण बारात में शामिल गाड़ियां जाम में फंस गई व केवल दुल्हे की गाड़ी को ही आन्दोलनकारियों ने जाने की अनुमति दी। इसके अलावा एम्बुलेंस, आर्मी वाहनों को भी किसानों ने नहीं रोका। हालांकि पुलिस के वाहनों को किसान जाने की अनुमति नहीं दे रहे थे। पूरे जिले की पुलिस फोर्स रामायण टोल प्लाजा पर तैनात रही, लेकिन किसानों के धरनास्थल से दूरी बनाए रखी।

लोग बोले ये तरीका गलत

जाम में फंसे लोगों ने कहा कि किसानों का ऐसा अचानक ही हाईवे बंद कर देना गलत है। ना जाने कितने लोग अपने जरूरी कार्यों से घरों से निकले थे जो रास्तों में फंसे हुए हैं। लोगों ने कहा कि विरोध का तरीका शांतिपूर्ण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह भी किसानों ने सहानुभूति रखते हैं, लेकिन ऐसे में आम जनता को परेशान करना गलत है। बंद का आह्वान एक दिन पहले करन चाहिए जिससे लोग अपना इंतजाम कर सके।


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