रातों-रात नोटबंदी हो सकती है तो दुष्कर्मियों को 6 महीनों में फासी की सजा क्यों नहीं
देश में लगातार बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं से लोगों में बेहद रोष है।
जेएनएन, हिसार
देश में लगातार बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं से लोगों में बेहद रोष है। लोग दुष्कर्म की घटनाओं के बढ़ने के लिए कठोर नियमों के न होने को भी मान रहे हैं। दुष्कर्म के दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर इसी कड़ी में हिसार के क्रांतिमान पार्क में धरना शुरु किया गया है। पार्क में अनशन पर बैठे अनूप सिंह चानौत और आम आदमी पार्टी महिला प्रकोष्ठ जिला प्रधान नवीन ढाका ने कहा कि जब देश में नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला रातों रात लिया जा सकता है तो दुष्कर्म के दोषियों को 6 महीनों में फासी की सजा का कानून क्यों नहीं बनाया जा रहा है। देश में लगातार हो रही रेप व दरिंदगी की घटनाओं से पूरा देश शर्मसार हो रहा है। धरने पर एक बुजुर्ग महिला भी पहुंची और पुराने समय में संस्कारों का परिचय देते हुए उन्होंने दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर रोष जताया। धरने पर बैठे लोगों ने कहा जब तक देश में कठुआ और उन्नाव जैसी घटनाएं होती रहेगीं तब तक देश में महिलाओं का उत्थान नहीं हो सकेगा। इसलिए फांसी का कानून नहीं बनाए जाने तक वो धरना जारी रखेंगे।
नवीन ढाका ने कहा हमारी माग है कि देश में फास्ट ट्रैक कोर्ट बने जिसमें दुष्कर्म संबंधी केसों का जल्दी निपटारा करके 6 महीनों से पहले अपराधियों को फासी की सजा सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि पिछले 6 दिनों से दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति जयहिन्द राजघाट पर अनशन कर रही हैं। केंद्र की सरकार बिल्कुल गूंगी और बहरी हो चुकी है।
इस अनशन पर राजीव सरदाना, जगदीश राय, मनभरी, सविता नंदा , विजय फौजी, परमजीत क्रांति, राजेन्द्र भारती, हरपाल क्त्रान्ति, अजय ढाका , अनिल डाहौला , वेनू जैन , संजय सातरोड व अन्य संगठन के लोग भी पहुंचे।